कनाडा, बांग्लादेश और यूक्रेन सहित कई अन्य देशों में युद्ध और अशांति की वजह से विदेशी शिक्षा के प्रति उनका मोहभंग हुआ है। इंडियन स्टूडेंट मोबिलिटी रिपोर्ट 2023 के अनुसार अब अब्रॉड स्टडी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश और देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध होने की वजह से भी छात्र अपने शहर में ही प्रवेश लेना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
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यह है बड़ा कारण
फॉरेन एजूकेशन मामलों के विशेषज्ञ अंकुर पाल का कहना है कि विदेश में विरोध प्रदर्शन, हिंसा, राजनीतिक अशांति, कड़ी वीजा नीतियां, कई स्थानों पर आर्थिक मंदी की वजह से अभिभावक अपने बच्चों को बाहर नहीं भेज रहे।ये हैं पसंदीदा देश
विदेश अध्ययन के लिए मप्र के युवाओं के पसंदीदा देश-जर्मनी, किर्गिस्तान, आयरलैंड, सिंगापुर, रशिया, फ्रांस, यूएस, कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपीन्स, फ्रांस, न्यूजीलैंड, यूक्रेन और बांग्लादेश हैं।बांग्लादेश भी नहीं रहा युवाओं की पसंद
रूस-यूक्रेन संघर्ष के बाद बागसेवनिया के अंकुर रास्तोगी बांग्लादेश में जाकर चिकित्सा अध्ययन करना चाहते थे। लेकिन वहां मौजूदा अशांति की वजह से उन्होंने अपना इरादा बदल दिया है। कोलार के रवि नामदेव पूर्वी बांग्लादेश के अब्दुल हामिद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के चौथे साल की पढ़ाई कर रहे हैं। वे बड़ी मुश्किल से भोपाल लौटे हैं। उनका कहना है अकेले भोपाल के कम से कम एक दर्जन छात्रा बांग्ला देश के विभिन्न मेडिकल कालेजों में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। वे सभी भोपाल लौट आए हैं।