छवि भारद्वाज के इस ऑर्डर के बाद कमलनाथ की सरकार फंस गई थी। राष्ट्रीय स्तर पर इसे लेकर हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी ने तो सरकार को तानाशाही करार दे दिया। साथ ही इमरजेंसी से तुलना करने लगी। सुबह से ही इस खबर को लेकर मध्यप्रदेश में खलबली मची थी। विवाद जब तुल पकड़ने लगा तो दोपहर बाद कमलनाथ की सरकार बैकफुट पर आ गई और एनएचम के आदेश को वापस ले लिया।
अधिकारी पर भी गिरी गाज
सरकार इस इस फजीहत से गुस्से में थी। पहले तो एनएचम के मिशन संचालक छवि भारद्वाज के आदेश को वापस लिया। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग के छवि भारद्वाज की छुट्टी भी कर दी गई। आदेश वापस लेने के कुछ घंटे बाद ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग से हटाकर मंत्रालय में अटैच कर दिया। आईएएस अधिकारी छवि भारद्वाज की छवि मध्यप्रदेश में एक कड़क और ईमानदार ऑफिसर के रूप में रही है।
सरकार इस इस फजीहत से गुस्से में थी। पहले तो एनएचम के मिशन संचालक छवि भारद्वाज के आदेश को वापस लिया। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग के छवि भारद्वाज की छुट्टी भी कर दी गई। आदेश वापस लेने के कुछ घंटे बाद ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग से हटाकर मंत्रालय में अटैच कर दिया। आईएएस अधिकारी छवि भारद्वाज की छवि मध्यप्रदेश में एक कड़क और ईमानदार ऑफिसर के रूप में रही है।
कौन हैं छवि भारद्वाज 2008 बैच की आईएएस अधिकारी छवि भारद्वाज ने अपने काम की वजह से मध्यप्रदेश में एक अलग पहचान बनाई है। वह कई जिलों में कलेक्टर रहते हुए, कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। छवि भारद्वाज का जन्म 2 जून 1985 को उत्तराखंड में हुआ है। उनके पति नंदकुमारम भी आईएएस अधिकारी हैं। वह भी मध्यप्रदेश कॉडर में ही हैं। छवि जरूरत के हिसाब से काम के दौरान अपने आप को ढाल ले लेती हैं। कई बार उन्होंने अपनी दबंग वाली छवि भी पेश की। छवि की पहली पोस्टिंग मध्यप्रदेश के ग्वालियर में सहायक कलेक्टर के रूप में हुई थी। उसके बाद उन्होंने कई जिलों में काम किया।
सीएमओ लेकर पहुंच गया था लिफाफा IAS अधिकारी छवि भारद्वाज जब 2013 में डिंडौरी जिले की कलेक्टर थीं, तब उनके पास डिंडौरी निगम परिषद का सीएमओ एक फाइल पर साइन करवाने के लिए 50 हजार रुपये का लिफाफा पकड़ा दिया था। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को बुलाकर सीएमओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी। इसकी चर्चा खूब प्रदेश में हुई थी। इसके साथ ही यहां छवि भारद्वाज करीब ढाई साल तक कलेक्टर रहीं जो कि इस जिले के लिए अपने आप में रिकॉर्ड था।
जबलपुर में देखने को मिली दबंग छवि
छवि भारद्वाज भोपाल नगर निगम की कमिश्नर भी रही हैं। इसके बाद वह जबलपुर की कलेक्टर बनी थीं। जबलपुर में कलेक्टर रहने के दौरान छवि भारद्वाज की छवि एक दबंग अफसर के रूप में बनी। दरअसल, जबलपुर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस पर छवि खुद लॉ एंड ऑर्डर को संभालने के लिए लाठी लेकर फील्ड में उतर पड़ीं। सुरक्षा जैकेट्स पहनकर छवि लाठी लेकर लोगों पर दबंग अंदाज में खूब बरसी। तब उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
IAS अफसरों की लव स्टोरी
एक कुशल अधिकारी होने के साथ-साथ छवि भारद्वाज एक उपन्यासकार भी हैं। उन्होंने आईएएस अफसरों की लव स्टोरी एक उपन्यास लिखी हैं। जिसमें कुछ अधिकारियों की कहानी है। जिसका नाम ‘लाइक अ बर्ड ऑन द वायर’ है। इसके जरिए उन्होंने आईएएस अफसरों का जीवन, उसमें आने वाली कठिनाइयों और काम के दौरान उन पर आने वाले राजनीतिक दबाव की झलक भी इस किताब में है।
एक कुशल अधिकारी होने के साथ-साथ छवि भारद्वाज एक उपन्यासकार भी हैं। उन्होंने आईएएस अफसरों की लव स्टोरी एक उपन्यास लिखी हैं। जिसमें कुछ अधिकारियों की कहानी है। जिसका नाम ‘लाइक अ बर्ड ऑन द वायर’ है। इसके जरिए उन्होंने आईएएस अफसरों का जीवन, उसमें आने वाली कठिनाइयों और काम के दौरान उन पर आने वाले राजनीतिक दबाव की झलक भी इस किताब में है।