पिछले कुछ समय से सामने आ रही जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी के नेता अर्जुन आर्या ने किया समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने से इंकार करते हुए कांग्रेस का दामन थामने का मन बना लिया था।
MUST READ : कांग्रेस का इन सीटों पर है एकछत्र राज! भाजपा ने लगातार खाई है मात इसी के चलते शनिवार को नसरुल्लागंज क्षेत्र में लंबे समय से किसानों की अनेक मांगों के लिए आंदोलन करने वाले किसान नेता अर्जुन आर्य ने भोपाल के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
अर्जुन अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, संभावना है कांग्रेस उन्हें शिवराज के सामने चुनाव लड़ाये। अर्जुन आर्य ने आज कांग्रेस की सदस्यता ले ली। उनके साथ करीब पांच सौ समर्थकों ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे।
पूर्व विधायक ने भी भाजपा छोड़ कांग्रेस का थामा हाथ…
इसके अलावा भाजपा को भी अमित शाह के मध्यप्रदेश दौरे से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व विधायक शेखर चौधरी ने पार्टी का साथ छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
MUST READ : भाजपा के इन विधायकों व मंत्रियों के कटने जा रहे हैं टिकट! जानिये किस कारण लटकी तलवार! जानकारी के अनुसार गोटेगांव से बीजेपी के पूर्व विधायक शेखर चौधरी ने भी कांग्रेस ज्वाइन कर ली। चौधरी ने बीजेपी पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। वे 2008 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे औऱ अब एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए है। चौधरी 1998 से 2003 तक कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे।साथ ही उन्होंने 2008 में बीजेपी के टिकट पर गोटेगांव से चुनाव लड़ा था।
बुधनी से सपा ने दिया था अर्जुन को टिकट…
हाल ही में मुख्यमंत्री की विधानसभा सीट बुधनी से समाजवादी पार्टी (सपा) ने अर्जुन आर्य को टिकट दिया था जिसे उन्होंने लौटा दिया था। पूर्व में अर्जुन आर्या ने कहा था कि वे कांग्रेस के साथ मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह के खिलाफ कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उसी समय ये बात भी सामने आई थी कि अर्जुन आर्या 12 अक्टूबर को कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं।
वहीं राजनीति के जानकारों का कहना है आर्या के इस बयान से सपा सकते में आ गई थी। सपा को मिले इस झटके से कांग्रेस में भी कुछ स्तर पर खुशी की लहर है।
जानकारों की माने तो कांग्रेस भी आर्या को लेकर अपनी प्लानिंग बना सकती है और उन्हें अपने टिकट पर कहीं से चुनाव लड़ने का मौका भी दे सकती है। जिसका सीधा लाभ कांग्रेस को ही होगा।
सपा ने ऐसे दिया था कांग्रेस को झटका…
दरअसल मध्यप्रदेश में बसपा द्वारा कांग्रेस से गठबंधन को इंकार करने के बाद समाजवादी पार्टी ने भी महागठबंधन बनने से पहले ही कांग्रेस को झटका दे दिया।
इसके तहत सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी मुख्यालय पर आयोजित वरिष्ठ शिक्षक सम्मेलन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस ने हमें लंबा इंतजार करवाया, लेकिन अब हम और इंतजार नहीं करेंगे। वहीं सपा ने बसपा से गठजोड़ के रास्ते खुले रखे हैं।
अखिलेश ने कहा कि दोनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में गठबंधन के लिए उनकी पार्टी बसपा से बात करेगी। अभी सपा ने मध्य प्रदेश की गोंडवाना पार्टी से पहले ही गठबंधन कर रखा है।