भोपाल की पहली महिला क्रिकेटर
क्रिकेट वल्र्ड कप में चयन के बाद सौम्या तिवारी भोपाल की पहली ऐसी महिला क्रिकेटर बन गई हैं, जिन्हें वल्र्ड कप खेलने का मौका मिला है। आपको बता दें कि सौम्या 14 जनवरी को साउथ अफ्रीका में टीम इंडिया की तरफ से वल्र्ड कप में शामिल होंगी। गौरतलब है कि यह पहला अंडर 19 महिला वल्र्ड कप है, जिसमें सौम्या शामिल हो रही हैं। सौम्या का टीम इंडिया क्रिकेट वल्र्ड कप के लिए चयन हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में किए गए उनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए किया गया है। सौम्या भोपाल में अरेरा अकादमी की प्लेयर हैं और सेंट जोसेफ ईदगाह स्कूल में 12 की छात्रा हैं। अब देखना यह है कि इस बार वल्र्ड कप के लिए चयनित भोपाल की इस महिला खिलाड़ी को क्रिकेट वल्र्ड कप में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिलता भी है या नहीं!
लड़कों के साथ शुरू किया सफर
सौम्या ने छह साल की उम्र से खेलना शुरू किया था।
* उस समय लड़कियां प्रतिस्पर्धा में नहीं थीं। इसलिए सौम्या ने लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया था।
* सौम्या ने 27 नवंबर से 6 दिसंबर यानि आज मंगलवार तक खेले गए महिला भारत की अंडर-19 शृंखला के लिए बनी टीम में उप कप्तानी की है।
* सौम्या एक बेहतरीन खिलाड़ी बनकर उभरी हैं। इन्हें ऑलराउंडर खिलाड़ी का तमगा हासिल है।
* कक्षा 6 में थीं, तब उनकी बहन उन्हें सुरेश चेनानी के नेतृत्व में अरेरा क्रिकेट अकादमी ले गई।
* वहां कोई भी लड़की नहीं थी। तब वहां अनुरोध किया कि वह उसे वहां खेलने की अनुमति दें।
* यहीं से सौम्या के कॅरियर की शुरुआत हुई।
* 17 वर्षीय सौम्या लड़कों के साथ खेलना एक आशीर्वाद के रूप में मानती हैं।
* वह कहती हैं कि इससे उन्हें अन्य लड़कियों पर बढ़त मिली है।
* सौम्या के पिता मनीष तिवारी राज्य सरकार में कर्मचारी हैं।
* पिता को खेलते देख ही सौम्या को क्रिकेट खेलने की प्रेरणा मिली।
* सौम्या माता-पिता के साथ ही बड़ी बहन की शुक्रगुजार हैं और उन्हें ही अपने बेहतरीन प्रदर्शन का सहयोगी मानती हैं।
* सौम्या ने हाल ही में समाप्त हुई चतुष्कोणीय महिला अंडर-19 टी-20 शृृंखला में 102 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
* यह नाबाद 65 रन की सीरीज में दूसरा सर्वोच्च स्कोर है।
* सीरीज में श्रीलंका, वेस्टइंडीज, टीम इंडिया ए और टीम इंडिया बी खेली।
* सौम्या की कप्तानी में मध्यप्रदेश ने इस साल की शुरुआत में बीसीसीआई की तरफ से आयोजित अंतरराज्यीय महिला अंडर-19 टी-20 टूर्नामेंट में कर्नाटक को 26 रन से हराकर खिताब जीता था।
* एमपी टीम के कप्तान के रूप में सौम्या ने आठ पारियों में 255 रन बनाए, जिनमें 27 चौके और दो छक्के लगाए।
– यह शीर्ष बल्लेबाज के रूप में उभरी हैं।
* उन्होंने एक गेंदबाज के रूप में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, आठ मैचों में 15 विकेट लिए और सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं।
वल्र्ड कप में तैयारी के लिए यहां हो रहे हैं मैच
पांच मैचों की कीवी सीरीज का आयोजन 14 जनवरी से 29 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका में होने वाली महिला अंडर-19 वल्र्ड कप के उद्घाटन के लिए भारत की तैयारी के तहत किया जा रहा है। सभी मैच मुंबई में खेले जाएंगे।
मप्र से इनका भी हो चुका है वल्र्ड कप के लिए सेलेक्शन
क्रिकेट वल्र्ड कप के लिए भोपाल से अंडर 19 में मोहनीश मिश्रा, अजितेश अर्गल और राहुल बाथम शामिल हो चुके हैं। तो मध्यप्रदेश के सिंगरौली की नुजहत मसीह परवीन को भी वल्र्ड कप में जाने का अवसर मिल चुका है। इनसे पहले भी इंदौर के अमय खुरासिया 1999 वल्र्ड कप में टीम इंडिया के सदस्य थे लेकिन इन्हें भी वल्र्ड कप की सदस्यता तो मिली, लेकिन मैच खेलने का अवसर नहीं मिल सका।
नुजहत को शिकायत थी नहीं दिया मौका
आपको बता दें कि 2017 में क्रिकेट वल्र्ड कप के लिए मध्यप्रदेश की एक खिलाड़ी का चयन किया गया था। इनका नाम है नुजहत मसीह परवीन। तब क्रिकेट वल्र्ड कप खेलने वह इंग्लैंड पहुंची थीं। वल्र्ड कप में सेलेक्ट होने वाली नुजहत परवीन मध्यप्रदेश की दूसरी ऐसी खिलाड़ी बनीं जिन्हें वल्र्ड कप के लिए सिलेक्ट तो किया गया, लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका उन्हें नहीं मिला। वे वल्र्ड कप के बाद भोपाल पहुंची थीं। तब पहली बार भोपाल आई नुजहत को इस बाद का बेहद अफसोस था कि उन्हें खेलने का मौका नहीं दिया गया। नुजहत को शिकायत थी कि उनके पास केवल एक इंटरनेशनल मैच का ही अनुभव था इसीलिए कप्तान मिताली उन्हें खिलाकर रिस्क नहीं लेना चाहती होंगी, इसीलिए उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका ही नहीं दिया।
अमय को अजहरुद्दीन ने नहीं दिया मौका
नुजहत से पहले इंदौर के अमय खुरासिया 1999 वल्र्ड कप में टीम इंडिया के सदस्य थे, लेकिन उन्हें भी यही शिकायत रही कि कप्तान मोहम्मद अजहरउद्दीन ने उन्हें एक भी मैच नहीं खिलाया था।