उपहार में भी चांदी की जगह नगदी
दरअसल विवाह आदि कार्यक्रमों में आयोजक परिवारों के अलावा रिश्तेदार भी उपहार के रूप चांदी के गहने देना पसंद करते हैं। लेकिन चांदी के दाम लगातार बढ़ने से यह लोगों के बजट से बाहर हो गई है। ऐसे में लोग अपने बजट के मुताबिक नगद राशि या कोई अन्य वस्तु उपहार में दे रहे हैं। हालांकि अभी विवाह के मुहूर्त नहीं हैं, लेकिन आदिवासी समाज में विवाह आयोजन चल रहे हैं, जिनमें चांदी के गहने ही प्रमुख उपहार माने जाते हैं।इसलिए बढ़ रहे चांदी के दाम
भारतीयों का सोना-चांदी से लगाव जग जाहिर है। लेकिन पिछले कुछ सालों में भू-राजनीतिक तनाव की वजह से सोने की कीमतें काफी तेजी से बढ़ी हैं। भारत समेत दुनियाभर के केंद्रीय बैंक भी गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं, ताकि अचानक आने वाली मुश्किलों का मुकाबला किया जा सके। वहीं चांदी के दाम भी अब आसमान छू रहे हैं।जानें कहां होता है चांदी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल?
सोने और चांदी का नाम भले ही एक साथ लिया जाता है, लेकिन दोनों का इस्तेमाल एक जैसा नहीं होता है। चांदी सोने के मुकाबले कम दुर्लभ है। इसीलिए इसके दाम सोने के जैसे नहीं चढ़ते। सोने का जेवरात और निवेश को छोड़कर ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाता। लेकिन चांदी एक ऐसी धातु है जिसका इस्तेमाल जेवरात से ज्यादा इंडस्ट्रियल फील्ड में किया जाता है।यहां जानें चांदी का इकोनॉमी से कनेक्शन
चांदी का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। इसका सीधा अर्थ है कि अगर इकोनॉमी मजबूत होगी, मैन्युफैक्चरिंग बढ़ेगी, तो चांदी की डिमांड भी बढ़ेगी और फिर कीमतें बढ़नी ही हैं। इस साल दुनियाभर में चांदी की डिमांड 1.2 अरब औंस तक पहुंचने का अनुमान है। अगर ग्लोबल इकोनॉमी में कोई बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं आता, तो चांदी के दाम में भी भारी इजाफा नजर आ सकता है।- चांदी की औद्योगिक डिमांड का लगातार बढ़ना
- इसका सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और पावर सेक्टर में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होना
- चांदी मुद्रास्फीति से बचाव में भी अहम भूमिका निभाती है
- इसलिए वैश्विक बाजार में चांदी की कीमतें जल्द ही 31-32 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस को पार कर जाएंगी
- फिलहाल यह लगभग 29 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर कारोबार कर रही हैं, जो नया उच्चतम स्तर है।
इंडस्ट्रियल डिमांड ज्यादा या कंज्यूमर
एक्सपर्ट का कहना है कि चांदी की डिमांड दोनों वजह से बढ़ रही है। शादियों के सीजन में युवाओं के बीच चांदी से बने गहनों की डिमांड बढ़ी है। खासकर, हाथ, गले और पैरों में पहने जाने वाली ज्वैलरी की डिमांड तेजी से बढी़ है। साथ ही, सरकार रिन्यूएबल एनर्जी पर काफी फोकस कर रही है। इससे भी चांदी की डिमांड भारी तेजी आई है, क्योंकि ये सोलर पैनल का एक अहम हिस्सा है।
एक्सपर्ट का कहना है कि अब चांदी के दाम में लगातार तेजी आएगी, फिर चाहे बात निकट अवधि की हो या दीर्घकालिक। चांदी का फोटोवोल्टिक्स (पीवी) के रूप में दुनियाभर में इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। यह तकनीक धूप को सीधे बिजली में कन्वर्ट करती है। इससे जाहिर है कि चांदी की तेज डिमांड बनी रहेगी और उसकी कीमतों में उछाल आएगा।