भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में भीषण बाढ़ से 1200 से अधिक गांव घिरे हुए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत वायुसेना के 5 हेलीकाप्टर लगे हुए हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बाढ़ की स्थिति के बारे में बात की। उन्होंने मध्यप्रदेश को इस स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद देने की बात कही।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बात की। शिवराज ने पीएम मोदी को मध्यप्रदेश में बाढ़ के ताजा हालातों की जानकारी दी। चौहान ने शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, भिंड, रीवा समेत अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। चौहान ने बाढ़ की भयावहता और रेस्क्यू आपरेशन के बारे में बताया। सीएम ने पीएम मोदी से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में सेना की मदद के लिए भी चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के लिए हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया। इधर, मध्यप्रदेश के एक अधिकारी के मुताबिक सेना को बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
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बाढ़ में घिरे 1200 से अधिक गांव, डेढ़ हजार लोगों का रेस्क्यू किया
मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल संभागों में लगातार बारिश और डैम का पानी छोड़ने के कारण बाढ़ का दौर जारी है। शिवपुरी, श्योपुर, दतिया और ग्वालियर के 1171 गांव प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को सुबह मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई। वायुसेना के 5 हेलीकाप्टरों ने सुबह उड़ान भी भरी, लेकिन खराब मौसम के कारण उतर नहीं पाए। मौसम ठीक होते ही रेस्क्यू आपरेशन प्रारंभ हो जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि एक हजार 600 लोगों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के लोगों ने निकाला। सोमवार 11 लोगों को एयरफोर्स ने निकाला। हमारी एसडीआरएफ की 70 टीमें रेस्क्यू आपेरशन में लगी हैं। 3 टीमें एनडीइआरएफ की लगी हैं और टीमों के लिए भी हमने अनुरोध किया है। सेना बुला ली गई है। शिवपुरी जिले के बीछी गांव में कई लोग पेड़ पर बैठे हुए हैं, उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहां दूर-दूर तक पानी है। सभी कलेक्टर से मैंने बात की है। हम सभी के संपर्क में हैं। मनीखेड़ा डैम भर जाने के कारण पानी छोड़ा गया है, जिससे जल स्तर और बढ़ने की संभावना है।
मौसम के कारण हवाई रेस्क्यू में व्यवधान
इस बीच मौसम की खराबी के कारण वायुसेना के हेलीकाप्टरों को उड़ान भरने में मुश्किल आ रही है। इसलिए बोट के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन कया जा रहा है।एयरफोर्स के रेस्क्यू ग्रुप के कैप्टन शेरावत के मुताबिक हमारी 5 टीमें तैयार हैं, लेकिन बादल काफी नीचे होने से दिक्कत हो रही है, जैसे ही मौसम साफ होगा, हम बचाव कार्य में तत्पर हैं।
खतरे के निशान के पार चंबल नदी, कई रास्ते बंद
इधर, चंबल नदी के खतरे के निशान को पार करने के बाद प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। फिलहाल जल स्तर 122 मीटर पहुंच गया है, जो बढ़कर 126 मीटर हो जाएगा। वहीं सिंधु नदी का जलस्तर वर्तमान में 5 मीटर है, जो रात में बढ़कर 15 से 16 मीटर हो जाएगा। दतिया में सिंध नदी के बढ़ते जलस्तर और गोराघाट स्थित सिंध पुल में दरार आने पर प्रशासन ने आवागमन बंद कर दिया है। फिलहाल दतिया से ग्वालियर जाने वाला मार्ग ही चालू है। इसी पुल से ग्वालियर से झांसी और झांसी से ग्वालियर आवागमन चालू है।बाढ़ से घिरे लोगों को बचाने का काम जारी है, देखें PHOTOS