भोपाल

शिवराज के करीबी को लग सकता है झटका, मीटिंग के बाद विधायक का दावा- मैं 100 फीसदी बनूंगा मंत्री

शिवराज कैबिनेट में अभी केवल पांच मंत्री हैं। लॉकडाउन के कारण कैबिनेट विस्तार नहीं हो पा रहा है।

भोपालMay 07, 2020 / 11:19 am

Pawan Tiwari

भोपाल. शिवराज मंत्रिमंडल के प्रस्तावित विस्तार को लेकर भाजपा में खींचतान जारी है। मंत्रिमंडल के प्रस्तावित विस्तार को लेकर दावेदारों की जोर आजमाइश भी जारी है। वहीं, दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि हम चाहते हैं कि सिंधिया जी केन्द्र में मंत्री बनें। कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाने वाले राजेन्द्र शुक्ल की दावेदारी संशय में पड़ती दिखाई दे रही है।
केदार शुक्ला ने कहा- मैं बनूंगा मंत्री
सीधी से विधायक केदार शुक्ला ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की और मंत्री बनने की अपनी दावेदारी पेश की। केदार शुक्ला ने ‘पत्रिका’ से बात करते हुए कहा कि सीएम ने सकारात्मक संकेत दिए हैं और मैं सौ फीसदी मंत्री बनूंगा। मुझे उम्मीद है कि मैं अगले विस्तार में मंत्री बनूंगा। बता दें कि केदार शुक्ला लंबे समय से संगठन से नाराज थे और कई बार विरोधी बयान भी दे चुके थे।
विंध्य में नए चेहरे को मौका देने की तैयारी
सूत्रों का कहना है कि रीवा में कुछ विधायकों की बैठक हुई है। इस बैठक में विंध्य में नए चेहरे को मौका देने की रणनीति बनने की बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केदार शुक्ला को चर्चा के लिए बुलाया था। विंध्य के कुछ विधायक पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को मंत्री बनाए जाने की खबर से लामबंद हो गए। गिरीश गौतम, केदार शुक्ल, नागेद्र सिंह गुढ़, कुंवर टेकाम, रामलल्लू वैश्य और दिव्यराज सिंह संगठन तक अपनी नाराजगी जाता चुके हैं।
शिवराज के करीबी हैं राजेन्द्र शुक्ल
रीवा विधानसभा सीट से विधायक राजेन्द्र शुक्ल शिवराज सिंह चौहान के करीबी नेता हैं। शिवराज कैबिनेट में पहले भी मंत्री रह चुके हैं। राजेन्द्र शुक्ल विंध्य के बड़े नेता हैं लेकिन जातिगत समीकरण को देखते हुए शुक्ल की दावेदारी कमजौर पड़ सकती है। ब्राह्मण नेताओं में कई दावेदार हैं। नरोत्तम मिश्रा पहले ही मंत्री बन चुके हैं वहीं, ये माना जा रहा है कि अगले कैबिनेट विस्तार में गोपाल भार्गव का मंत्री बनना तय है। वहीं, संजय पाठक भी मंत्री बनने के लिए दावेदारी कर रहे हैं। दूसरी तरफ केदार शुक्ल भी दावा कर रहे हैं ऐसे में पार्टी का जातिगत समीकरण बिगड़ सकता है।
तीसरी बार विधायक हैं केदार शुक्ल
केदार शुक्ला तीसरी बार सीधी से विधायक बने हैं। 2008 में वो पहली बार विधायक बने थे उसके बाद से वो लगातार चुनाव जीत रहे हैं। झाबुआ उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद केदार शुक्ल ने पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह पर हमला बोला था। उन्होंन कहा था- राकेश सिंह अध्यक्ष पद पर रहने लायक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास बहुत सारे कारण है जो पार्टी फोरम पर उचित समय पर रखेंगे। राकेश सिंह के कारण पार्टी मध्यप्रदेश में चौपट हो रही है।
भाजपा का प्लान बी भी रेडी
मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज लोगों को साधने के लिए भाजपा ने प्लान बी भी तैयार कर रखा है। सूत्रों का कहना है कि मध्यप्रदेश में कैबिनेट विस्तार के बाद जल्द ही संगठन में भी बदलाव हो सकता है। मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज लोगों को साधने के लिए भाजपा संगठन ने तैयारी की है। ऐसे में नेताओं को प्रदेश कार्यकारणी में जगह दी जा सकती है। दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को मंत्रिमंडल में जगह देने के कारण मंत्री पद के कई भाजपाई दावेदारों का पत्ता कट सकता है। ऐसे में भाजपा उन्हें संगठन में जिम्मेदारी सौंप सकती है।

Hindi News / Bhopal / शिवराज के करीबी को लग सकता है झटका, मीटिंग के बाद विधायक का दावा- मैं 100 फीसदी बनूंगा मंत्री

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.