नई संसद का सेंगोल वीडियो भी बनाया गया है जोकि सोशल मीडिया में खूब देखा जा रहा है। खास बात यह है कि नई संसद का सेंगोल वीडिया एमपी की राजधानी भोपाल के दो कलाकारों ने बनाया है।
भोपाल के युवा शितांशु दुबे और मनोहर राव ने नई संसद का यह वीडियो बनाया है। नई संसद के 8 सेंगोल वीडियो बनाए गए हैं जिसमें से एक वीडियो शितांशु और मनोहर ने बनाया है। इस वीडियो का डायरेक्शन शितांशु दुबे का है जबकि मनोहर राव ने वीडियो तैयार करने के साथ ही इसमें बैकग्राउंड म्यूजिक भी दिया है।
यह वीडियो कई महीनों की मेहनत के बाद बन सका है। शितांशु दुबे और मनोहर राव ने सेंगोल वीडियो मिलकर डिजाइन किया। वीडियो में इसकी नक्काशी खूबसूरती से दर्शाई गई है। यही कारण है लोग इसे खूब पंसद कर रहे हैं। सेंगोल वीडियो सात भाषाओं में है बनाया गया है।
क्या होता है सेंगोल
प्राचीन तमिलनाडू में सेंगोल राजसत्ता का प्रतीक माना जाता था। दक्षिण भारत के सबसे प्रभावशाली चोल राजवंश से इसका इतिहास जुड़ा है। 9वीं से 13वीं शताब्दी तक चोलों ने समस्त दक्षिणी भूभाग के साथ ओडिशा और श्रीलंका तक शासन किया। तब इन जगहों पर राजदंड के प्रतीक के रूप में चोलों का सेंगोल ले जाया जाता रहाचोलों ने 14 अगस्त, 1947 को प्रधानमंत्री नेहरू को भी सेंगोल भेंट किया गया था।
प्राचीन तमिलनाडू में सेंगोल राजसत्ता का प्रतीक माना जाता था। दक्षिण भारत के सबसे प्रभावशाली चोल राजवंश से इसका इतिहास जुड़ा है। 9वीं से 13वीं शताब्दी तक चोलों ने समस्त दक्षिणी भूभाग के साथ ओडिशा और श्रीलंका तक शासन किया। तब इन जगहों पर राजदंड के प्रतीक के रूप में चोलों का सेंगोल ले जाया जाता रहाचोलों ने 14 अगस्त, 1947 को प्रधानमंत्री नेहरू को भी सेंगोल भेंट किया गया था।