बैठक के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी के समय 2003 में योजना बनी और नदी जोड़ो अभियान चला था, जिसे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों में लिया है। इस मुद्दे के सुलझने के बाद मद्य प्रदेश और राजस्थान के लोगों को पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदियों के पानी का भरपूर लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री यादव ने राजस्थान के मुख्यमंत्री से दोनों राज्यों के हित में तीन नदियों के जल बंटवारे के संबंधित विषयों पर चर्चा की। चर्चा के बाद ये तय किया गया कि केंद्र सरकार विमर्श के बाद जो भी फैसला सुनाएगी, उसी को दोनों राज्यों के लिए प्रबावी माना जाएगा।
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‘पीएम मोदी करेंगे अटल जी का सपना साकार’
सीएम यादव ने कहा कि इन नदियों के जल के बंटवारे से दोनों राज्यों के लाखों किसानों का जीवन बदल जाएगा। दोनों ही राज्यों में विकास की नई संभावनाएं पैदा होंगी। पर्यटन से लेकर औद्योगिक विस्तार में तेजी आएगी। ये फैसला विकास के कई रास्ते खोलेगा। नदियों की जल राशि के उपयोग से जुड़े वर्षों पुराने मुददों का समाधान होगा। सीएम ने ये भी कहा कि दोनों राज्यों की नवगठित सरकारें विकास के कामों को लेकर लगातार आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि पीएम के नेतृत्व में 21वीं सदी में आजादी का अमृत महोत्सव काल चल रहा है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पीएम के मार्गदर्शन में जल्द ही अटल जी का सपना साकार होने वाला है।