5 साल की बच्ची से दरिंदगी और हत्या के केस में संगीन खुलासा, बदबू दबाने लाश पर डालता रहा फिनाइल और परफ्यूम
Bhopal News : इस सनसनीखेज खुलासे में सबसे हैरानी की बात ये है कि आरोपी अतुल के घिनोने अपराध को छिपाने में उसकी मां बसंती और बहन चंचल ने भी उसका साथ दिया। शव से आ रही बदबू को रोकने के लिए आरोपियों ने फिनायल से कई बार पोछा लगाया।
Bhopal News :मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 48 घंटे लापता रहने वाली 5 साल की मासूम बच्ची की पड़ोस के फ्लैट के किचन की टंकी में लाश मिलने के अगले दिन चौंकानों वाला खुलासा हुआ था कि बच्ची की गला घोटकर हत्या करने से पहले उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। पुलिस ने मामले में एक आरोपी पुरुष और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया था। वहीं, अब आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने और भी कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।
बच्ची के साथ दुष्कर्म, फिर गला घोटकर हत्या करने वाले अतुल निहाले ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि हत्या के बाद उसने बच्ची की लाश चादर में लपेटकर बिस्तर के नीचे दबा दी थी। लेकिन, घर में बदबू आना शुरु होने और मक्खियां होने के कारण उन्होंने लाश को घर में रखी पानी की टंकी में डाल दिया। यहीं नहीं, उसे छिपाने के लिए ऊपर से कपड़े और अन्य सामान भी टंकी में भर दिया।
बदबू आने पर पुलिस को गुमराह करने के लिए दिखाया चूहा
इस सनसनीखेज खुलासे में सबसे हैरानी की बात ये है कि आरोपी अतुल के घिनोने अपराध को छिपाने में उसकी मां बसंती और बहन चंचल ने भी उसका साथ दिया। शव से आ रही बदबू को रोकने के लिए आरोपियों ने फिनायल से कई बार पोछा लगाया। इस दौरान इलाके के घरों की तलाशी लेने पुलिस पहुंची तो उसे आरोपियों ने मरा हुआ चूहा दिखा दिया, ताकि पुलिस को घर में मेहसूस हो रही बदबू की बात छिपाई जा सके। हालांकि, बाद में इसी बदबू के बढ़ने से आरोपी पकड़े गए।
क्या है मामला, पहले ये जानें
भोपाल के शाहजहांनाबाद थाना इलाके में रहने वाली पांच साल की बच्ची 24 सितंबर की दोपहर करीब 12 बजे अचानक घर से लापता हो गई थी। जिस समय बच्ची घर से गायब हुई, तब उसके माता-पिता किसी काम से बाहर गए थे और बच्ची अपनी दादी के साथ घर पर अकेली थी। इसी दौरान मल्टी में मच्छर नष्ट करने के लिए नगर निगम ने फॉगिंग शुरु की थी। इधर, बच्ची को देर शाम तक हर जगह तलाश करने के बाद भी जब वो कहीं नहीं मिली तो घर वालों ने उसके अपहरण का केस दर्ज कराया। लेकिन, रात तक बच्ची का कुछ पता नहीं चला।
पुलिस को टंकी से मिली लाश
अगले दिन एक बार फिर पुलिस ने गहन छानबीन करने के लिए 100 से अधिक पुलिस जवानों की टीमें बनाकर बच्ची की तलाश शुरु की। मल्टी और उसके आसपास के करीब 1 हजार फ्लैट्स की तलाशी ली गई, आसपास के सभी नाले तक चैक किए गए। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और पूरे इलाके में गहन पड़ताल के लिए कई ड्रोन भी उड़ाए गए। इसी दौरान 26 सितंबर को संबंधित फ्लैट से स्थानीय लोगों को बदबू आने लगी। लोगों ने आरोपियों के फ्लैट पर जाकर बदबू आने का कारण पूछा तो आरोपी अतुल की बहन चंचल ने उन्हें अंदर आने से रोक दिया। इसपर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया, जब पुलिस फ्लैट में पहुंची तो चंचल ने उन्हें मरा हुआ चूहा दिखाकर कहा कि घर में बदबू आने का कारण चूहे को बताया। मरा हुआ चूहा घर से बाहर फैंकने के काफी देर बाद भी जब फ्लैट से बदबू आना कम नहीं हुई तो पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस फ्लैट में घुसी और तलाशी शुरु की। अंदर रखी पानी की टंकी खोली गई तो पुलिस को उसमें बच्ची की लाश मिल गई।
आरोपी अतुल निहाले मूल रूप से खरगोन का निवासी है। करीब 6 महीने पहले ही परिवार ने भोपाल में स्थित मल्टी में फ्लैट किराए से लिया था। बसंती की दो बेटियां चंचल और रेनू भी इसी इलाके की मल्टी के दूसरे ब्लॉकों में रहती हैं। बसंती और उसकी दोनों बेटियां बंगलों में काम करती हैं। आरोपी अतुल करीब एक महीने पहले ही यहां रहने आया था। बताया जा रहा है कि बीते दो साल से उसका अपनी पत्नी से विवाद चल रहा है। अतुल नशे का आदी है। खरगोन में भी उसपर आधा दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं। वो पहले भी छेड़छाड़ के मामले में सजा काट चुका है। यही नहीं उसकी पत्नी भी उसके खिलाफ थाने में मारपीट का केस दर्ज करा चुकी है।
फॉगिंग का फायदा उठाकर की वारदात
उधर, बच्ची की दादी के बयान के मुताबिक, जिस समय बच्ची प्लैट से बाहर निकलते ही गायब हुई थी, उस समय मल्टी में फॉगिंग शुरु हुई थी। इसी के आगे की बात आरोपी अतुल ने पुलिस को बताते हुए कहा उसनें मल्टी में नगर निगम द्वारा की जा रही फॉगिंग का फायदा उठाकर बच्ची को अपने फ्लैट में खींच लिया था। यहां उसके साथ बेरहमी की। मासूम को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाने के बाद उसे ये डर मेहसूस हुआ कि खून से लतपत हो चुकी बच्ची बाहर जाकर कहीं अपने घर वालों को सबकुछ न बता दे। ये सोचकर उसने मासूम का गला दबाकर बेरहमी से उसकी हत्या भी कर दी। इसके बाद लाश चादर में लपेटकर घर में रखे बिस्तर के नीचे छिपा दी।
एक तरफ पीड़ित परिवार के साथ मिलकर बच्ची को ढूंढवाया, दूसरी तरफ उसे छिपाती रहीं मां-बेटी
आरोपी ने जब इस वारादात को अंजाम दिया तब उसकी मां और बहन दूसरे घरों में सफाई कार्य करने गई थीं। शाम को जब मां बसंती और चचंल घर लौटीं तो आरोपी ने खूनी कृत्य उन्हें बता दिया। इसके बाद मां और बहन भी उसके जुर्म में शामिल हो गईं और भाई को बचाने के लिए शव छिपाने, पुलिस को गुमराह करने में जुट गईं। इस दौरान दोनों मां-बेटी पीड़ित परिवार के घर जाकर उनसे मिलती जुलती और बच्ची के लौटे की तसल्ली भी देती रहीं, ताकि उनपर किसी का शक न आए। यही नहीं, दोनों मां-बेटी पीड़ित परिवार के साथ मिलकर बच्ची को ढूंढने में भी जुटी रहीं। वहीं, दूसरी तरफ शव छिपा रहे और बदबू न फैले इसके लिए घर में बार-बार फिनाइल का पोछा लगातीं। यही नहीं शव पर भी वो लगातार फिनाइल और परफ्यूम डालती रहीं ताकि बदबू दबी रहे।
कहां चूकी पुलिस?
बच्ची के लापता होने के अगले दिन 25 सितंबर को पुलिस ने इलाके की सभी मल्टियों में बने फ्लैट की तलाशी शुरु की। इस दौरान करीब 1 हजार फ्लैट्स की तलाशी ली गई। पुलिस टीम जब आरोपी अतुल के फ्लैट पर पहुंची तो एक कमरे में ताला लगा था। आरोपी की बहन चचंल ने चाबी न होने की बात कही और पुलिस से वापस जाने को कहा। इस दौरान पीड़ित परिवार भी पुलिस के साथ मौजूद था। आरोपियों ने पीड़ित परिवार पर इतना भरोसा जमा लिया था कि उन्होंने भी उसे गंभीरता से लेना अनुचित समझा। लेकिन, पुलिस का इसी भरोसे में आना, उसकी बड़ी चूक साबित हुआ। अगर पुलिस उसी समय ताला खुलवाकर कमरे की तलाशी ले लेती तो बच्ची का शव पहेल ही मिल जाता और बच्ची के शव की इतनी दुर्दशा न होती।
बचने के रास्ते तलाशती रही मां-बेटी
पूछताछ में अतुल ने बताया कि हत्या के बाद बच्ची का शव एक दिन तक बिस्तर में छिपाकर रखा रहा। इसके बाद उसने मां और बहन को अपने कृत्य की जानकारी दी। इसपर दोनों ने बेटे के जघन्य अपराध को छिपाने मदद की और किसी को शक न हो, इसलिए सब मिलकर पड़ोसियों के साथ बच्ची को तलाशते रहे। पुलिस और परिजन घर के अंदर तलाशी न ले पाएं, इसके इसके लिए, इसलिए आरोपी परिवार खुद के फ्लैट पर ताला डालकर पूरे समय बच्ची के घर वालों के साथ उसे तलाशने में जुटे रहे।
लाश ठिकाने लगाने का नहीं मिला मौका
लाश से बदबू आना तेज हुई तो मां और बहन ने मिलकर फ्लैट के किचन में रखी छोटी सी टंकी में लाश डाल दी, ताकि बदबू न आए और तलाशी होने पर बचा भी जा सके। आरोपी मां और बहन ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद हम लोग डर गए थे, इसलिए किसी को कुछ नहीं बताया। हम सोच रहे थे कि देर रात सुनसान माहौल देखकर लाश को कहीं और ठिकाने लगा देंगे। लेकिन पुलिस हर समय मल्टी के आसपास मौजूद रही, जिसके चलते वो अपनी योजना में सफल नहीं हुए। लेकिन अगर वो किसी तरह शव को घर से दूर छोड़ देते उन्हें पकड़ पाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन जाता।
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