दरअसल, राजधानी भोपाल में बच्चों के साथ जा रही महिला सड़क हादसे का शिकार होकर गंभीर रूप से घायल हुई थी। बताया जा रहा है कि दुर्घटना के बाद उसे बेहोशी की हालत में हमीदिया अस्पताल लाया गया। इसकी सूचना मिलते ही उसका पति भी अस्पताल आ गया। कुछ देर बाद अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। आपको बता दें कि इस घटनाक्रम में जान गवाने वाली महिला का पति AIIMS में एनेस्थीसिया टेक्नीशियन है।
यह भी पढ़ें- एमपी में उठी फिल्म ‘जंगल सत्याग्रह’ को टैक्स फ्री करने की मांग, दिग्गज नेता ने सीएम मोहन को भेजा पत्र मृतका के पति का अस्पताल पर गंभीर आरोप
मृतका के पति ने बताया कि, ‘एक्सीडेंट की सूचना पर मैं अपने गांव से पहुंचा था, लेकिन तब तक 108 एंबुलेंस उस लेकर हमीदिया अस्पताल आ गई थी। यहां उनका ट्रीटमेंट किया गया या नहीं? कुछ पता नहीं। जब मैंने देखा तो बच्चों का इलाज नहीं किया गया था। पत्नी के बारे में अस्पताल स्टाफ ने कोई जानकारी नहीं दी। साले के लड़के ने बताया कि बुआ को दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। उस बिल्डिंग में पहुंचकर देखा तो वहां मुर्दाघर था। पति ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि किसी तरह मुर्दाघर में घुसकर वहां रखे फ्रीजर खोलकर देखा तो उसमें पत्नी को रखा हुआ था। मैने उसे हाथ लगाया तो उसका शरीर गर्म था, उसकी धमनी भी धड़क रही थी। यही नहीं, उसके सीने पर सिर रखा तो उसकी हार्ट बीट भी सुनाई दे रही थी।डॉक्टर ने मेरे सामने चेक भी नहीं किया और न ही बाद में कुछ बताया।’
स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल
हालांकि, इस गंभीर मामले में अबतक पुलिस की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है। लेकिन, मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पर इस तरह का गंभीर आरोप लगना स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़े कर रहा है।