गोवर्धन पूजा के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से किसान खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं। दीपावली के लिए नारियल, चुनरी और पूजन सामग्री और घर में उपयोग होने वाले सामानों की खरीदारी की, जिससे बाजार में काफी चहल-पहल रही। यहां हजारों की संख्या में बीएचईएल कर्मचारियों के साथ ही आसपास कॉलोनियों के रहवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग खरीदारी करने पहुंचे। घरों की साज-सज्जा के लिए फूल-माला, तोरण के साथ ही विभिन्न तरह की लाइटें, सीरीज, सोफा कवर, पर्दा, कालीन सहित जरूरत के अन्य सामानों की जमकर खरीदारी की।
माला और खरीदा तोरण
टाउनशिप की विजय मार्केट बाजार में भेल कर्मचारियों के साथ ही लोगों ने फूल-माला के साथ ही घर के दरवाजे पर लगाने के लिए तोरण खरीदे। इस दौरान विभिन्न तरह की लाइटें और सीरीज की भारी मांग रही।
टाउनशिप की विजय मार्केट बाजार में भेल कर्मचारियों के साथ ही लोगों ने फूल-माला के साथ ही घर के दरवाजे पर लगाने के लिए तोरण खरीदे। इस दौरान विभिन्न तरह की लाइटें और सीरीज की भारी मांग रही।
बाजार, जहां खरीदारी करने जाते हैं भेलकर्मी
बीएचईएल टाउनशिप में भेल कर्मचारियों के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में बाजार बसाए गए थे। इसका मकसद लोग कारखाने से निकलने के बाद यहीं अपने जरूरत का सामान खरीद सकें। इसमें विजय मार्केट बरखेड़ा, बजरंग मार्केट शास्त्री नगर, गांधी मार्केट पिपलानी, आजादा मार्केट, शास्त्री मार्केट पिपलानी, सुभाष मार्केट, कस्तूरबा मार्केट सहित अन्य बाजार हैं, जो त्योहारों पर गुलजार हैं।
बीएचईएल टाउनशिप में भेल कर्मचारियों के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में बाजार बसाए गए थे। इसका मकसद लोग कारखाने से निकलने के बाद यहीं अपने जरूरत का सामान खरीद सकें। इसमें विजय मार्केट बरखेड़ा, बजरंग मार्केट शास्त्री नगर, गांधी मार्केट पिपलानी, आजादा मार्केट, शास्त्री मार्केट पिपलानी, सुभाष मार्केट, कस्तूरबा मार्केट सहित अन्य बाजार हैं, जो त्योहारों पर गुलजार हैं।
दीयों के साथ लक्ष्मी- गणेश प्रतिमाएं खरीदी
बीएचईएल टाउनशिप की बाजारों में जगह-जगह दिए के ढेर लगे रहे। यहां छोटी से लेकर बड़ी दियों के साथ चाइना के दिए भी रखे गए थे। इसके साथ ही लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमाएं बिक्री के लिए रखी गई थीं। विभिन्न सामानों की खरीदारी करने आए लोगों ने प्रतिमाएं भी खरीदीं। इसके साथ ही रंगोली, बत्ती, बच्चों के लिए पटाखे और फुलझड़ी की खरीदारी की।
बीएचईएल टाउनशिप की बाजारों में जगह-जगह दिए के ढेर लगे रहे। यहां छोटी से लेकर बड़ी दियों के साथ चाइना के दिए भी रखे गए थे। इसके साथ ही लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमाएं बिक्री के लिए रखी गई थीं। विभिन्न सामानों की खरीदारी करने आए लोगों ने प्रतिमाएं भी खरीदीं। इसके साथ ही रंगोली, बत्ती, बच्चों के लिए पटाखे और फुलझड़ी की खरीदारी की।