आपको बता दें कि, 1 अप्रैल से पुराने ठेके खत्म किये जाने के बाद नए ठेकों की आवंटित दुकानों को लेकर प्रदेशभर में कई इलाकों में स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भोपाल में कई जगहों पर शराब दुकानों के विरोध में महिलाएं और बच्चे सड़क पर आ गए हैं। वहीं, शहर के अंतर्गत आने वाले शाहपुरा इलाके में श्थित एक शराब दुकान का कारोबारी दुकान न मिलने के कारण दो दिन से सड़क किनारे टेंट लगाकर खुले में शराब बेच रहा है। आबकारी नियम पर गौर करें तो इस तरह शराब बेचना प्रतिबंधित है। हालांकि, ये पहली बार है, जब कोई टेंडर लेने वाला शराब कारोबारी टेंट लगाकर शराब बेच रहा है।
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अधिकारी कह रहे- कार्रवाई करेंगे
मामले को लेकर आबकारी नियंत्रण कक्ष प्रभारी सजेंद्र मोरी का कहना है कि, नियम के हिसाब से बाहर इस तरह शराब बेचना प्रतिबंधित है। हमारी टीम भी मौके पर गई थी। ठेकेदार का कहना है कि, उसे दुकान किराए पर नहीं मिली। इसलिए वो खुले में शराब बेच रहा है। हालांकि, उन्होंने शराब कारोबारी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। अधिकारी का कहना है कि, जल्द ही उसे नोटिस जारी करेंगे। इसके बाद भी दुकानदार अगर तय समय में अपनी दुान नहीं खोलता तो उका लाइसेंस रद्द करने कारर्वाई की जाएगी।
दो दिन से खुले में बिक रही शराब
शाहपुरा के मनीषा मार्केट की शराब दुकान बिट्टन मार्केट समूह में आती है। शराब दुकान चालक इम्तियाज खान का कहना है कि, करीब 30 करोड़ से दोनों दुकानों का ठेका लिया है। अब दुकान मालिक ने दुकान किराए से देने से इंकार कर दिया है। हम कहीं और दुकान नहीं ले जाएंगे। यहीं पर ही दुकान खोलेंगे।
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रहवासियों का विरोध
शहर की 90 में से 10 से ज्यादा दुकानों का विरोध रहवासियों ने किया था। इनमें से अयोध्या नगर, मिसरोद और बरखेड़ी पठानी की 3 दुकानों पर ताले डल चुके हैं। सबसे ज्यादा 50% तक घाटे में जाने वाली पटेल नगर की दुकान लोगों के विरोध के कारण खुल ही नहीं सकी है। बता दें कि, शहर की 5 दुकानों को शिफ्ट किया जाना है। इनमें से पुराना किला, स्टेट बैंक, शाहजहांनाबाद क्रमांक-1, बस स्टैंड हमीदिया रोड और करोंद चौराहा समेत 5 दुकानों की लोकेशन चैंज करनी है। फिलहाल, इनमें से सिर्फ हमीदिया रोड और पुराना किला ही शिफ्ट हो सकी हैं। विरोध के कारण अभी भी करोंद चौराहा, शाहजहांनाबाद क्रमांक-1 और स्टेट बैंक की दुकान शिफ्ट नहीं हो सकी हैं।