आपको बता दें कि शुगर एक हाई जीआई फूड है। हाई जीआई फूड यानी ऐसा खाना जिसे खाते ही इंस्टेटली आपकी बॉडी का ग्लूकोज लेवल हाई हो जाता है।
हाई जीआई फूड कैसे बनाता है डायबिटिक
कैसे हाई जीआई फूड हमें डायबिटिक बना देता है, इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है। यदि आप गुलाब जामुन खा रहे हैं। एक पीस खाते ही दूसरा पीस खाते हैं फिर मन चाहे तो तीसरा भी। इसके बाद आप नमकीन खाते हैं या फिर पोटेटो चिप्स या फिर कुछ और ऐसी चीजें जिनमें शुगर है लेकिन यह आपको पता ही नहीं होता। ऐसे में आपका ग्लूकोज लेवल इंस्टेंटली हाई होने लगता है, यही इंस्टेंटनेस हाई ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करने के लिए पैंक्रियाज इंसुलिन रिलीज करता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इंसुलिन हमारी बॉडी में एक लिमिट तक ही बनता है। इसके इंस्टेंटली हाई होने से यह बनना बंद हो जाता है। इंसुलिन का न बनना ही आपको बताता है कि आप अब एक डायबिटिक पेशेंट बन चुके हैं और अब आपको दवाओं की जरूरत पड़ेगी।
दरअसल हमारी बॉडी में कैंसर सेल्स पहले से ही मौजूद होते हैं। लेकिन वे स्लिपिंग मोड में होते हैं यानी एक्टिव नहीं होते। शुगरी फूड इन्हें एक्टिव करते हैं। एक तरीके से ये शुगरी फूड कैंसर सेल्स का खाना है। जिसका ज्यादा इस्तेमाल इन सेल्स को एक्टिव कर कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
इंस्टेट एनर्जी लेकिन, इम्यूनिटी कर देते हैं कम
जैसे ही आप कोई भी शुगरी फूड लेते हैं, उसके खाते ही आपकी इम्यूनिटी वीक हो जाती है और ये करीब 2-3 घंटे तक वीक ही रहती है। वहीं अगर आप शुगरी फूड कंटीन्यूसली खाते हैं तो इम्यूनिटी वीकनेस भी कंटीन्यूसली बनी रहती है।
शुगर या चीनी गन्ने से तैयार की जाती है। लेकिन जो चीनी आपके घरों में पहुंचती है वह रिफाइंड होती है। चीनी को रिफाइंड करने का प्रोसेस गन्ने से तैयार चीनी में रहने वाले कुछ विटामिन्स, मिनरल्स और प्रोटीन जो हमारी बॉडी की नीड है वही हमें नहीं मिलता।
– लेकिन सच तो यही है कि ये हाई जीआई फूड ही हैं। – और अगर मीठा खाने का मन है तो खजूर खाएं, गुड़ खाएं और हेल्दी, फिट, हैप्पी बने रहें।