अपर कलेक्टर दिशा नागवंशी ने साफ किया है कि उनके प्रस्ताव पर किराया बढ़ाने वाली प्रशासनिक समिति को फैसला करना है। यदि किसी भी ऑपरेटर ने बगैर मंजूरी ज्यादा किराया वसूला तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इधर, जमीनी हकीकत दावों से बिल्कुल उलट है। प्रशासन को सौंपी गई किराया सूची का पालन नहीं होना आम बात हो गई है। एक से 20 किलोमीटर की दूरी के लिए बसों का किराया 1050 रुपए तय है,
क्त साल के बीच में किराया क्यों बढ़ाया जा रहा है?
-साल में एक बार वृद्धि का फैसला हुआ था, लेकिन कलेक्टर ने पिछले साल बढ़ी दरें जारी नहीं की।
-किराया सूची की तुलना में पहले से ज्यादा वसूली की जा रही है।
वसूली हम नहीं वैन-मैजिक को पीला रंग कर चलाने वाले ड्राइवर कर रहे हैं जो अवैध है।
-प्रशासनिक समिति ने आपकी दरें मंजूर कर ली हैं क्या, बगैर इसके कैसे अधिक वसूल रहे हैं?
साल में एक बार किराया बढ़ाने की बात तय हो चुकी थी इसलिए ये वृद्धि कर रहे हैं।
-किराया क्यों बढ़ाया जा रहा है?
अभी तक किराया नहीं बढ़ाया, यदि बसों का किराया बढ़ा तो हम भी बढ़ाएंगे।
-क्या बसों की तरह वैन की किराया सूची भी तय है?
वैन सिर्फ एक से 25 किमी की दूरी के बीच चलती हंै और प्रति सीट 800 रुपए फीस ली जाती है।
-कटारा हिल्स से 11 नंबर मार्केट तक 1400 रुपए किराया वसूला जा रहा है।
आप मुझे ड्राइवर का नंबर दीजिए, मैं बात करूंगा। पहले से तय है फिर भी इतना अधिक किराया लेना तो गलत है।
दिशा नागवंशी, अपर कलेक्टर भोपाल