आपको बता दें कि, अबतक ईओडब्ल्यू जांच के अनुसार, खुला हुआ है कि, बिल्डर और एलआईसी हाउंसिंग फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने मिलकर बैंक के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। आम लोगों को डायरेक्टर हेल्थ, आर्मी और बीएचईएल के अधिकारी बनाकर बैंक से 1 करोड़ 89 लाख रुपए का लोन लिया गया है। एलआईसी हाउंसिंग फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों पर आरोप है कि, उन्होंने बिना जांच पड़ताल किये ही इतने बड़े अमाउंट का लोन स्वीकृत किया है। हालांकि, जिन लोगों के दस्तावेज लगाए गए, उन्हें फ्लैट मिले ही नहीं हैं।
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इन 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
जांच में ये भी सामने आया है कि, पीएम आवास योजना के तहत 2 लाख की सब्सिडी का लालच देते हुए संबंधित दस्तावेज लिए गए हैं। 9 लोगों की शिकायत पर ईओडब्ल्यू को जांच में अहम सबूत मिले हैं। इस आधार पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इस मामले में सौरभा शरण,रतन प्रकाश जैन, गुणमाला तारण, अभय प्रकाश जैन, प्रदीप शर्मा, आरके सोहने, सीनियर मैनेजर एलआईसी, आशीष नेमा, एरिया मैनेजर अतुल कुमार सिंह समेत 11 पर मामला दर्ज किया गया है।
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