भोजपुर मंदिर के पास खुदाई में मिला था शिवलिंग
भोपाल संभाग के रायसेन जिले के भोजपुर मंदिर (Bhojpur Temple) के पास ही स्थित आशापुरी गांव में खुदाई के दौरान एक शिवलिंग मिला था। आज यही शिवलिंग भिलोटा देव के नाम से जाना जाता है। लोगों की आस्था है भिलोटा देव की पूजा-अर्चना करने से मांगी गई हर मनोकामना पूरी हो जाती है।शिवलिंग की अनोखी बनावट ने इसे बनाया अनोखा शिवालय
मध्य प्रदेश का ये शिवालय अनोखा इसलिए कहलाता है क्योंकि यहां स्थित शिवलिंग की बनावट इसे अन्य शिवलिंगों से अलग बनाती है। दरअसल खुदाई से मिले शिवलिंग को तराशकर एक ही शिवलिंग में 1008 स्वरूपो के छोटे-छोटे शिवलिंग तैयार किए गए। इसकी संरचना ऐसी है कि जब आप मुख्य शिवलिंग पर जल या दुग्धाभिषेक करते हैं, तो ये जल या दुग्ध धारा एक-एक करके सभी 1008 स्वरूपों वाले शिवलिंगों पर चढ़ती जाती है। स्थानीय लोगों ने इसकी बनावट के कारण ही इसे भिलोटा देव नाम दिया है। इसकी खासियत ये है कि इस शिवलिंग के सामने नंदी और पास में मां पार्वती की प्रतिमा भी स्थापित है। शिवलिंग दर्शन और पूजा करने भोपाल सहित दूरदराज से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि इस शिवलिंग में 1008 छोटे-छोटे शिवलिंग के होने से एक साथ सभी की पूजा करने का फल मिल जाता है।