– सुबह की पूजा के साथ ही आज शाम के समय भी विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा और अर्चना करें।
– शिवलिंग या शिव प्रतिमा को सफेद चादर से ढंक दें। अब गंगाजल से स्नान कराएं और बेल पत्र, कुश आदि से शिव जी का ध्यान करते हुए पूजा करें।
– इस दौरान ऊं नम: शिवाय मंत्र के साथ ही अन्य शिव मंत्रों का जाप भी करते रहें।
– यहां आपको ध्यान रखना होगा कि जब आप मंत्रोच्चारण कर रहे हैं, तब आपका मन पूरी तरह से शिव पूजा में रमा होना चाहिए, इधर-उधर की कोई बात आपके मन या दिमाग में नहीं आना चाहिए। इसलिए हर काम से फ्री होकर शाम को शांत मन से शिव पूजा करें।
– अब शिवलिंग पर दूध, गंगाजल, दही या पंचामृत से अभिषेक करें।
– सावन के आखिरी सोमवार पर दान जरूर करें। माना जाता है कि सावन में हर सोमवार को दान जरूर करना चाहिए, लेकिन अगर आपने अब तक ऐसा नहीं किया है, तो आज सावन के आखिरी सोमवार पर दान जरूर करें।
– ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ आज के दिन इस मंत्र का जाप करने से आपको कई रोगों से मुक्ति मिल सकती है।
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