आम जनता से लेकर जमीनी कैडर तक की समस्याओं पर नजर
ये कार्यकर्ता आम जनता से लेकर भाजपा के जमीनी कैडर यानी कार्यकर्ताओं के बीच जाकर फीडबैक लेने, समस्याओं की हकीकत जांचने, प्रशासनिक असर और प्रभाव डालने वाले विषयों को जांच कर संगठन स्तर पर पहुंचा रहे हैं। ये चार महीने से जुटे हैं। क्षेत्रवार मुद्दों को टटोल रहे हैं। फीडबैक स्थानीय पदाधिकारियों, जिला व विभाग प्रमुखों, प्रांत स्तर के पदाधिकारियों को दे रहे हैं, वहां से संगठन मंत्री के माध्यम से भाजपा नेतृत्व के पास पहुंच रहा है। कोई कार्यकर्ता संगठन के प्रांत स्तर पर सीधे कुछ जानकारी भेजना चाहते हैं तो वह दे सकते हैं।
ऐसे समझें… कैसे हो रहा है काम
कृषि प्रधान मध्य प्रदेश में संघ का समविचारी संगठन है भारतीय किसान संघ। इनके चुनिंदा कार्यकर्ता संघ की व्यवस्था वाले मालवा, मध्यभारत और महाकौशल प्रांत में किसानों के बीच जाकर बैठकें कर रहे हैं। सरकारी योजनाओं का फीडबैक ले रहे हैं। इसी तरह से सेवा भारती, विद्या भारती, आरोग्य भारती, विज्ञान भारती, सहकार भारती जैसे 36 संगठन जुटे हुए हैं।
आधी आबादी के लिए महिला समन्वय मंच की कार्यकर्ताओं को जुटाया
संघ ने 4-5 वर्षों में महिला सशक्तीकरण को लेकर बहुत काम किया है। इसके तहत महिला समन्वयमंच नामक नव-संगठन ही खड़ा हो चुका है। इस मिशन में संगठन की कार्यकर्ताओं को आधी आबादी के बीच लगाया गया है। इन्हें सरकारी योजनाओं की स्थिति जानने-समझने महिलाओं के बीच जुटी हुई हैं। अलग-अलग स्तर पर उनकी मदद भी कर रही हैं। जानकारी दे रही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने वाले नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी देशभर में महिला समन्वय मंच की ओर से महिलाओं का मानस जानने के बाद दिए गए फीडबैक के आधार पर तुरत-फुरत पास करने रखा गया।