कमल नाथ के आधे मंत्री सपोर्ट में तो कुछ विरोध में
मध्यप्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम के बीच कहा है कि राहुल गांधी के बाद कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंका गांधी को बनना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन को बनाया जाना चाहिए। सज्जन सिंह वर्मा के इस बयान के बाद से ही मध्यप्रदेश में एक बार फिर से गुटबाजी सामने आने लगी है।
मंत्रियों की आपत्ति के बाद हटे पोस्टर
सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर सिंधिया के समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे। इन पोस्टरों में राहुल गांधी से अपील की गई थी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को राष्ट्रीय नेतृत्व सौंपा जाए लेकिन बाद में कई मंत्रियों की आपत्ति के बाद पोस्टर हटा दिए गए थे। कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि कार्यकर्ताओं ने अति उत्साह में पोस्टर लगाए हैं।
कमल नाथ ( Kamal Nath ) सरकार में मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा है कि सिंधिया के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस को नई ऊर्जा और जोश का संचार होगा। यदि राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो इस पद के लिए दूसरा योग्य नाम सिंधिया का ही है। ऐसे में पार्टी को ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाहिए। प्रद्युमन सिंह तोमर मध्यप्रदेश सरकार में खाद्य मंत्री हैं। वहीं, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा- अध्यक्ष तो युवा को ही बनना चाहिए हालांकि अंतिम फैसला दिल्ली में पार्टी संगठन को ही करना है। सिंधिया समर्थक एक और मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कहा सिंधिया के पास अनुभव है। युवाओं की फौज है और वो खुद युवा है। बता दें कि महेन्द्र सिंह सिसोदिया मध्यप्रदेश में श्रम मंत्री हैं।
दिग्विजय सिंह खेमे के माने जाने वाले वाले प्रदेश के सहकारिता मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ गोविंग सिंह सिंधिया को कांग्रेस को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग का समर्थन कर चुके हैं। गोविंद सिंह ने कहा था कि अगर सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाता है को संगठन में मजबूती आएगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार लोकसभा चुनाव हार गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की हार के बाद से उनके समर्थक मंत्रियों ने उन्हें कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग की थी। महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा था कि महाराज को अब मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान सौंप देनी चाहिए। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश में महाराज भी कहा जाता है।