दरअसल, मारक शक्ति एक तांत्र क्रिया है। जिसे तांत्रिक करते हैं। तंत्र विद्या के अनुसार इसे मारण शक्ति कहा जाता है। इसका प्रयोग लोग अपने दुश्मनों के नाश के लिए करते हैं। हालांकि यह एक अंधविश्वास की तरह ही हैं। ऐसे में ये बातें यकीन करने लायक नहीं हैं। सिर्फ जो चीजें तांत्रिकों के द्वारा गढ़ी गई हैं और साध्वी ने आज इस शब्द का प्रयोग किया है। इसलिए हम बता रहे हैं कि ये होती क्या है।
‘मारक शक्ति’ क्या है
अक्सर हम अपनी जान-पहचान के लोगों द्वारा तांत्रिक शक्तियों के वशीकरण मारण के प्रयोग के बारे में सुनते हैं। इसके बारे में कई धर्म शास्त्रों में भी उल्लेख किया गया है। कई पौराणिक कथाओं में भी बताया गया है कि ऐसी शक्तियों का प्रयोग शत्रुओं को मारने के लिए किया गया है।
अक्सर हम अपनी जान-पहचान के लोगों द्वारा तांत्रिक शक्तियों के वशीकरण मारण के प्रयोग के बारे में सुनते हैं। इसके बारे में कई धर्म शास्त्रों में भी उल्लेख किया गया है। कई पौराणिक कथाओं में भी बताया गया है कि ऐसी शक्तियों का प्रयोग शत्रुओं को मारने के लिए किया गया है।
तंत्र विद्या के अनुसार, दुनिया की हर चीज चाहे वो सजीव हो या निर्जीव, ब्रह्मांड की विशाल ऊर्जा का ही रूपांतरित रूप है। वे अक्सर शत्रुओं का बुरा करने के लिए नकारात्मक ऊर्जाओं को प्रयोग करते हैं। यह क्रिया लोग दुश्मनों के नाश के लिए तांत्रिकों के जरिए करवाते हैं। तांत्रिक यह क्रिया ज्यादातर देवी मंदिरों के पास ही करते हैं। मान्यता है कि मध्यप्रदेश में भी इन दो जगहों पर भी तंत्र साधना की जाती है।
मध्यप्रदेश में दो जगह होती है मारक शक्ति पूजा
मध्यप्रदेश में तांत्रिक दतिया और नलखेड़ा में मारक शक्ति पूजा करते हैं। दतिया में पीतांबरा माता का मंदिर है, जो देश के लोकप्रिय शक्तिपीठों में से एक है। मां पीतांबरा शत्रु नाश की अधिष्ठात्री देवी है और राजसत्ता प्राप्ति में मां की पूजा का विशेष महत्व होता है।
मध्यप्रदेश में तांत्रिक दतिया और नलखेड़ा में मारक शक्ति पूजा करते हैं। दतिया में पीतांबरा माता का मंदिर है, जो देश के लोकप्रिय शक्तिपीठों में से एक है। मां पीतांबरा शत्रु नाश की अधिष्ठात्री देवी है और राजसत्ता प्राप्ति में मां की पूजा का विशेष महत्व होता है।
कायम हैं साध्वी
वहीं, साध्वी प्रज्ञा से उनके बयान को लेकर जब फिर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो मुझे कहना था वो कह दिया। अब मुझे कुछ भी नहीं कहना है। इसका मतलब साफ है कि साध्वी को अपने बयान पर अफसोस नहीं है और अपने बयान पर कायम हैं।
साध्वी की बढ़ गईं मुश्किलें
इस बयान के बाद एक बार फिर से बीजेपी की किरकिरी हो रही है। संगठन ने भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा को एक बार फिर से तलब किया है। साथ ही बंद कमरे में ऐसे बयान न देने की सख्त हिदायत दी है। उसके बाद साध्वी ने चुप्पी साध ली है। वहीं, बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा के इस बयान से हर बार की तरह इस बार भी किनारा कर लिया है।
इस बयान के बाद एक बार फिर से बीजेपी की किरकिरी हो रही है। संगठन ने भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा को एक बार फिर से तलब किया है। साथ ही बंद कमरे में ऐसे बयान न देने की सख्त हिदायत दी है। उसके बाद साध्वी ने चुप्पी साध ली है। वहीं, बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा के इस बयान से हर बार की तरह इस बार भी किनारा कर लिया है।
बीजेपी नेताओं ने ये कहा
साध्वी प्रज्ञा के बयान पर कैलाश विजवर्गीय ने कहा यह साध्वी की निजी राय, मैं नहीं करूंगा कोई टिप्पणी। इसके साथ ही दूसरे नेताओं ने भी इस पर चुप्पी साध ली है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि मैं मारक शक्ति पर नहीं सृजन करने वाली शक्तियों पर करता हूं विश्वास। बाबूलाल गौर के श्रद्धांजलि सभा में साध्वी प्रज्ञा जब यह बातें बोल रही थीं तब तमाम बीजेपी के नेता भौंचक थे।
साध्वी प्रज्ञा के बयान पर कैलाश विजवर्गीय ने कहा यह साध्वी की निजी राय, मैं नहीं करूंगा कोई टिप्पणी। इसके साथ ही दूसरे नेताओं ने भी इस पर चुप्पी साध ली है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि मैं मारक शक्ति पर नहीं सृजन करने वाली शक्तियों पर करता हूं विश्वास। बाबूलाल गौर के श्रद्धांजलि सभा में साध्वी प्रज्ञा जब यह बातें बोल रही थीं तब तमाम बीजेपी के नेता भौंचक थे।