एमपी की अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज रुबीना फ्रांसिस ने पैरा निशानेबाजी विश्व कप में शुरु से ही जबर्दस्त प्रदर्शन किया। शुरु से अंत तक सटीक निशाने लगाते हुए उन्होंने आखिरकार भारत के लिए स्वर्ण पदक जीत लिया। 23 वर्षीय रुबीना ने यह उपलब्धि एयर पिस्टल मिश्रित टीम इवेंट में हासिल की. उन्होंने हरियाणा के मनीष नरवाल के साथ गोल्ड मेडल जीता। रुबीना का विश्व कप में यह तीसरा स्वर्ण पदक है।
भारतीय टीम ने फाइनल राउंड में चीन को हराया. रुबीना और मनीष ने चीन की टीम को 17-11 अंकों के अंतर से शिकस्त दी। इससे पहले क्वालीफायिंग राउंड में रुबीना व मनीष ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया. यह जोड़ी विश्वरिकार्ड प्रदर्शन के साथ निर्णायक दौर में पहुंची। क्वालीफायिंग राउंड में भारतीय टीम ने 565 अंक प्राप्त कर फाइनल राउंड में जगह बनाई थी।
फाइनल में भी उनके सामने चीन की चुनौती थी. चीन की टीम ने भी इस टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया था. ऐसे में दोनों की कड़ी टक्कर की संभावना थी पर भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और मुकाबला लगभग इकतरफा बना दिया।
आसान नहीं रहा विश्व कप तक का सफर
वर्ल्ड कप में तीसरा गोल्ड मेडल जीतने वाले रुबीना ने अथक संघर्ष किया है. उन्होंने 2014-15 में जबलपुर में गन फार ग्लोरी शूटिंग अकादमी में प्रवेश लिया था. इसके बाद रुबीना ने लगातार मेहनत की और नेशनल स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया. हालांकि इसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। स्थानीय अकादमी से अपने निशानेबाजी करियर की शुरुआत करने वाली रुबीना अब वर्ल्ड लेबल पर धूम मचा रहीं हैं. वे वर्तमान में भोपाल स्थित खेल विभाग की राज्य निशानेबाजी अकादमी में अभ्यास करती हैं।