होगा तुलसी विवाह, सजेंगी रोशनियां,आतिशबाजियां देवउठने के बाद अगले चार महीनों में यानी फरवरी तक 14 दिन शादी के लिए शुभ मुहूर्त है धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु चार माह की योगनिद्रा के बाद देवउठनी एकादशी पर जागते हैं इस अवसर पर तुलसी शालिग्राम का विवाह कराने की भी परंपरा है। इस दौरान गन्ने का मंडप बनाकर विवाह कराया जाएगा एवं भक्त रोशनी कर उल्लास मनाते हैं।
यह रहेंगे विवाह मुहूर्त देवउठनी ग्यारस के बाद नवम्बर, दिसम्बर और जनवरी में एक दर्जन से अधिक विवाह मूहर्त पड़ रहे हैं। विवाह मुहूर्त नवंबर 20 21 28 30 दिसंबर 1,7 11 13 जनवरी 22 23 फरवरी 5 6 10 अ_ारह इस बीच 6 जनवरी से 12 जनवरी तक शुक्र अस्त होने की वजह से विवाह मुहूर्त नहीं है फिर मीनार के लगने की वजह से मलमास शुरू हो जाएगा और इस दौरान मांगलिक कार्य नहीं कराए जा सकेंगे 24 फरवरी को गुरु अस्त होने की वजह से एक बार फिर शुभ कार्यों पर ग्रहण लग जाएगा
बॉक्स- दो दिन पड़ रही एकादशी तिथि, 15 श्रेष्ठ इस बार देवउठनी एकादशी की तारीख को लेकर लोगों में संशय की स्थिति है, क्योंकि एकादशी तिथि दो दिन, 14 एवं 15 नवंबर को पड़ रही है। ज्योतिषाचार्य पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि दरअसल एकादशी तिथि 14 तारीख को सुबह 8.42 से प्रारंभ हो जाएगी जो दूसरे दिन 15 नवंबर को 8.34 तक रहेगी अत: देवउठनी एकादशी 15 नवंबर को मनाना श्रेष्ठ है।