मरीजों को होगा खासा फायदा नई व्यवस्था से सबसे ज्यादा फायदा मरीजों को ही होगा। दरअसल सरकारी या संस्थागत अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा कर्मचारी वर्ग ही होता है। इन सभी को रविवार को ही छुट्टी मिलती है, ऐसे में रविवार को अस्पताल बंद होने पर मरीजों को या तो छुट्टी लेनी पड़ती है छुट्टी का इंतजार। ऐसे में कई बार समय पर इलाज ना मिलने पर मर्ज बढ़ भी जाता है।
अभी यह है व्यवस्था अभी सिर्फ छह दिन ही ओपीडी लगती है। रविवार को सिर्फ इमरजेंसी ही चालू रहती है। ऐसे में रविवार को मरीजों को बुखार या सामान्य जांच कराना हो तो उसे अगले दिन तक इंजतार करना होता है। अब नई व्यवस्था के चलते मरीजों रविवार को भी सामान्य दिनों की तरह इलाज करा सकते हैं।
नई डायलिसस यूनिट भी जल्द अस्पताल में मरीजों को अगले महीने से नई डायलिसिस यूनिट की सुविधा भी मिलने लगेगी। दरअसल यहां पांच मशीनों की नई यूनिट तैयार की जा रही है। फिलहाल अस्पताल में तीन डायलिसिस मशीने हैं जिनमें से सिर्फ दो ही काम कर रही हैं। ऐसे में नई यूनिट शुरू होने से किडनी मरीजों को डायलिलिस के लिए यहां वहां नहीं भटकना पड़ेगा।
आम नौकरी पेशा मरीज के पास रविवार का ही समय होता है, और इस दिन अस्पताल बंद होने से वे कई बार अपनी जांच नहीं करा पाते। रविवार को ओपीडी होने से मरीजों को खासा फायदा होना होगा। सभी सरकारी अस्पतालों में रविवार को ओपीडी खुलनी चाहिए।
आशुतोष पुरोहित, चैयरमैन, रेडक्रॉस सोसायटी