भोपाल। तेजी से बढ़ती गैर निष्पादित परिसंपत्ति यानी नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) ने नेगेटिव असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसका सीधा और पहला बड़ा बुरा असर बैंकिंग रिक्रूटमेंट पर पडऩे जा रहा है। एनपीए के चलते अब इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) में इस वित्त वर्ष में एक भी जॉब रिक्रूटमेंट नहीं होंगे। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने इस बैंक में बैड लोन के बढ़ते स्तर के कारण बिगड़ी स्थितियों को दुरुस्त करने के लिए प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (पीसीए) के तहत कार्रवाई की है। must see….7वें वेतनमान में दोगुनी होगी सैलरी, यहां कैलकुलेट करें एरियर्स इन बैंकों में भी बंद होंगे रिक्रूटमेंट देश के चार अन्य बैंक भी आईओबी की राह पर हैं। यदि इनमें बढ़ते एनपीए को नहीं रोका गया तो आरबीआई इनके खिलाफ भी पीसीए की कार्यवाही कर सकता है, जिसके चलते इन बैंकों में भी फिलहाल रिक्रूटमेंट बंद हो जाएगा, जिसका सीधा असर भोपाल और मध्यप्रदेश व देश के अन्य हिस्सों में बैंकिंग परीक्षा की तैयारी में जुटे स्टूडेंट्स पर पड़ेगा। Also read…HEALTH: मानसून में खाना करता है बीमार, कुछ ऐसी रखें डाइट इसलिए आरबीआई उठाती है ये कदम आरबीआई ये कदम तभी उठाती है, जब किसी बैंक में बैड लोन का आंकड़ा 10 प्रतिशत से अधिक हो जाता है। आईओबी में यह आंकड़ा 17 फीसदी से ऊपर हो चुका है, जिसके चलते देश के सबसे पुराने बैंकों में शुमार चेन्नई का ये इस वित्त वर्ष में कोई भी रिक्रूटमेंट नहीं कर पाएगा। एनपीए के साथ-साथ आईओबी में संपत्ति रिकवरी भी बहुत धीमी हो गई है। must see….जानें 7वें वेतनमान की वो बातें जो देंगी आपके सारे सवालों के जवाब इन चार बैंकों पर हो सकती है कार्यवाही बैंक मार्च 2016 सितंबर 2015 एनपीए प्रतिशत में पंजाब नेशनल बैंक 55581 24945 12.90 बैंक ऑफ इंडिया 49879 29894 13.07 सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 22721 13358 11.95 यूको बैंक 20908 12227 15.43 स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 98172 56834 6.50 ेकैनरा बैंक 31638 14021 9.40