नांदलेट गांव के ललित के चेहरे पर जन्म से ही काफी बाल हैं। घरवालों ने कई डॉक्टरों को दिखाया। हर जगह डॉक्टरों ने यही जवाब दिया कि इस बीमारी को ठीक करना संभव नहीं है। डॉक्टरों के जवाब के बाद अब ललित ने इसे बीमारी मानना ही छोड़ दिया है। वह आम इंसान की तरह सामान्य जिंदगी जी रहा है।
ललित के पिता बकटलाल पाटीदार कृषक हैं। वह चार बहनों का इकलौता भाई है। बताते हैं कि स्कूल के साथी उसे बचपन से देखते आ रहे हैं। पूरा चेहरा घने बालों से ढंका है। घरवाले बताते हैं, जन्म के समय सामान्य था, कुछ दिन बाद ही बाल उगने लगे। चेहरे पर इतना बाल है उसे खाना खाने में परेशानी होती है। इस दौरान उसके मुंह में बाल भी आ जाते हैं। वडोदरा के एक डॉक्टर ने 21 साल की उम्र होने के बाद प्लास्टिक सर्जरी करने की बात कही है।