इसमें जहां कुछ राशि के जातकों को लाभ होगा, वहीं कुछ राशि के जातकों को परेशानी भी आएगी। ऐसे में जिन जातकों को गुरु का ये राशि परिवर्तन नुकसान करेगा, वे राशि अनुसार एक उपाय अपना कर अपना काफी हद तक नुकसान बचा सकते हैं।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार ज्योतिष में गुरु को एक शुभ ग्रह माना जाता है। वहीं गुरु को विद्या का कारक ग्रह भी माना गया है। इनके इष्ट स्वयं भगवान विष्णु माने गए है। वहीं इनका रंग पीला व रत्न पुखराज माना जाता है।
पंडित शर्मा के अनुसार ये राशि क्रमश: धनु व मीन के स्वामी हैं। ऐसे में कई बार लोग राशि के आधार पर ही पुखराज धारण कर लेते हैं। जो कि घातक हो सकता है। क्योंकि किसी भी रत्न को धारण करने से पहले कुंडली में उसकी अवस्था को जानना अत्यंत आवश्यक माना गया है। यदि ग्रह आपके लिए नुकसानदायक हो तो ऐसे ग्रह के रत्न से बचना उचित माना गया है।
गुरु के राशि व नक्षत्रों से संबंध…
यह धनु और मीन राशि का स्वामी होता है और कर्क इसकी उच्च राशि है जबकि मकर इसकी नीच राशि मानी जाती है। ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र का स्वामी होता है।
ज्योतिष में गुरु यानि बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति पर बृहस्पति ग्रह की कृपा बरसती है उस व्यक्ति के अंदर सात्विक गुणों का विकास होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति सत्य के मार्ग पर चलता है।
कब होगा राशि परिवर्तन…
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार देव गुरु बृहस्पति (Brihaspati) 30 मार्च 2019 को रात्रि 3 बजकर 11 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। लेकिन इसके बाद 22 अप्रैल 2019 को यह शाम 5:55 बजे वक्री चाल चलते हुए वापस वृश्चिक राशि में लौट आएंगे। उसके बाद पुन: 5 नवंबर 2019 को सुबह 6 बजकर 42 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेंगे।
ऐसे होंगे परिवर्तन…
गुरु के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों में पड़ेगा। ये परिवर्तन आपकी राशि के अनुसार दोनों तरह (सकारात्मक और नकारात्मक) के हो सकते हैं। इस राशिफल के माध्यम से जानते हैं बृहस्पति गोचर का आपके जीवन होने वाला प्रभाव:-
1. मेष राशि –
नवें स्थान पर गुरु गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से 10 अप्रैल तक आपके भाग्य में वृद्धि होगी। आपको अपने कार्यों में सफलता मिलेगी। आपके पास पैसा आता-जाता रहेगा।
आपके भाग्य में वृद्धि होगी। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको सांसारिक सुख तो मिलेंगे, लेकिन गुरु का अष्टम भाव में गोचर होने से थोड़ी परेशानियां रह सकती हैं। ऐसे में कुछ कार्यों में विलम्ब की स्थिति भी प्रभावित कर सकती है।
सातवें स्थान पर गुरु का गोचर आपके लिए किसी नए काम की शुरुआत का मौका बनता है। लेकिन इस दौरान परिवार की खुशियों के लिए आपको कोशिश करनी पड़ेगी। विवाह इत्यादि का योग भी दिखाई देता है। आय के क्षेत्र में आपके लिए प्रयास अधिक रहने वाले हैं। भागदौड़ अधिक रहेगी।
मित्रों के सहयोग और अपने किसी करीबी की सहायता से आपके अटके हुए काम पूरे होने की उम्मीद दिखाई देगी। संघर्ष की स्थिति प्रभावित करने वाली रहेगी।
4. कर्क राशि –
छठे स्थान पर गुरु के गोचर के प्रभाव से आपको भाग्य का पूरी तरह से साथ नहीं मिल पायेगा। इस बीच मित्रों के साथ आपकी अनबन हो सकती है। धन की वृद्धि होने में कुछ परेशानी आ सकती है। विरोधी आप पर दबाव बढ़ा सकते हैं।
आपके लिए गुरु का गोचर शुभ फलों को देने वाला होगा। लेकिन पांचवें स्थान पर गुरु के गोचर के कारण आपको विद्या का लाभ मिलने में परेशानी आ सकती है, लेकिन गुरुजनों का आपको पूरा सहयोग मिलेगा।
6. कन्या राशि –
चौथे स्थान पर गुरु के गोचर से आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलेगा। लेकिन खर्चों की अधिकता के कारण आपके मन चिंता अधिक रहेगी। घर पर किसी नए सदस्य का आगमन हो सकता है. साथ ही वस्त्र आभूषण इत्यादि की प्राप्ति भी हो सकती है। परिवार में कुछ बदलाव होने की संभावना भी बनी हुई है। इस दौरान आप अधिकांश समय अपने में ही सीमित रह सकते हैं।
7. तुला राशि –
गुरु का तीसरे स्थान पर गोचर आपको धन का लाभ देगा, लेकिन आपके अधिकतर पैसे अपने दोस्तों में या इधर-उधर के कामों में खर्च हो जाएंगे।
आपकी मेहनत में भी वृद्धि होगी। नौकरी में आपकी योजनाएं सामने आएंगी साथ ही आपको उन्नती के मौके भी मिलेंगे। आप थोड़े सकारात्मक होकर काम करेंगे। आप लगातार कुछ चीजों को लेकर काम में व्यस्त रहेंगे।
इसके अलावा गोचर के बीच के कुछ समय में आय कम और खर्च अधिक रहेंगे। नई योजनाओं को एक बार पुन: सामने लाने का मन बना सकते हैं।
उपाय: हल्दी एवं चने की दाल का दान करें और गाय को रोटी खिलाएं।
8. वृश्चिक राशि –
दूसरे स्थान पर गुरु का गोचर आपको धन का लाभ देगा। इस दौरान धन लाभ के मौके बनेंगे और आपको मित्रों की ओर से मदद भी मिलेगी।
साथ ही आपके पूर्व में जो अपने योजनाएं बनाई हुई थीं उन्हें इस समय पर आप पूरा कर पाएंगे। किसी के प्रति आपके मन में प्रेम संबंधों को नई दिशा भी मिल सकती है।
कुछ आवश्यक कार्यों के लिए लंबी दूरी की यात्राओं पर जा सकते हैं। इस दौरान कुछ समय के लिए आप घरेलु कारणों से मानसिक तनाव से गुज़र सकते हैं ।
उपाय: बृहस्पति बीज मंत्र का जाप करें: ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
9. धनु राशि –
गुरु का पहले स्थान पर गोचर आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर करेगा। आपका अच्छा व्यवहार आपको तरक्की की ओर ले जाएगा। इस समय में आप यदि अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करेंगे तो आने वाला पूरा जीवन सुखद बीतेगा।
आपकी ही इस साल यानि 2019 में बृहस्पति का मुख्य गोचर होगा। आपके लिए बृहस्पति का गोचर सुखद भविष्य लेकर आ रहा है। लग्न स्थान में बृहस्पति का होगा अत्यंत शुभ साबित होगा। इस दौरान आप अपने निर्णय ठीक प्रकार से लागू कर पाएंगे।
हालांकि निजी संबंधों के लिहाज से आपके लिए यह समय ठीक नहीं रहेगा। अपने प्रियजनों के साथ विवाद होता रहेगा।
वहीं जॉब के लिहाज से यह समय अच्छा रहेगा। प्रमोशन वेतनवृद्धि का लाभ उठाएंगे। धनार्जन के लिए संघर्ष रहेगा। अपनी भाषा शैली और व्यवहार पर नियंत्रण रखें।
उपाय: पुखराज को सोने की अगूंठी में जड़वा कर उसे तर्जनी उंगली में पहनें।
10. मकर राशि –
बारहवें स्थान पर गुरु का गोचर आपकी आर्थिक स्थिति में भी उतार-चढ़ाव बनाए रखेंगा। वहीं इस गोचर के प्रभाव से 10 अप्रैल तक आपके पिता को किसी प्रकार की परेशानी महसूस हो सकती है। खर्चों में वृद्धि होगी।
आपके लिए इस समय गुरु का गोचर थोड़ा चिंता और भागदौड़ को बढा़ने वाला हो सकता है। इस समय आप दूसरों के कारण भी परेशानी में रह सकते हैं। स्वास्थ्य से संबंधी मामलों में चिकित्सक और अस्पताल के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं।
लेकिन बाहरी संपर्क के चलते कुछ लाभ भी मिल सकता है, जो आपके खर्चों में कटौती कर पाए। जल्द में कोई निर्णय न लें थोड़े समय का इंतजार कीजिए।
उपाय: माथे पर केसर का तिलक लगाएं और अपनी जेब में पीले रंग का रुमाल रखें।
11. कुंभ राशि –
गुरु का ग्यारहवें स्थान पर गोचर आपकी आमदनी में बढ़ोतरी करेगा। लिहाजा आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। यह समय आपके लिए समय थोड़ा अनुकूलता भरा रह सकता है। आपको किसी व्यक्ति विशेष की सहायता से लाभ भी हो सकता है।
आपके सामने इस समय कुछ ऐसे मौके भी आएंगे जब आपको मौका मिलेगा आप अपनी प्रतिभा को बेहतर ढंग से सामने रख पाएंगे।
आपको अपने भाई बहनों की ओर से भी कुछ सहयोग मिल सकता है, पर साथ ही उनकी ओर से कुछ मानसिक चिंता भी रह सकती है।
उपाय: सुबह पीपल को बिना स्पर्श किए शुद्ध जल चढ़ाएं।
12. मीन राशि –गुरु आपका राशि स्वामी भी है और ये आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपको करियर में सफलता मिलेगी और आपके पिता की भी उन्नति होगी।