Rani Kamlapati Railway Station: इस वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का नाम है रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, ये देश का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन भी है। इसका पुराना नाम हबीबगंज रेलवे स्टेशन था, रिडेवलपमेंट के बाद 13 नवंबर 2021 को इसका नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया गया।
रानी कमलापति एक गौंड रानी थीं, जिनके नाम पर ये बने इस रेलवे स्टेशन पर रेल यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलती हैं। इस प्राइवेट स्टेशन पर सोलर एनर्जी के यूज से किए जाते हैं स्टेशन के काम। इस रेलवे स्टेशन का रिसेवलपमेंट पीपीपी मॉडल के माध्यम से किया गया है। जिस कंपनी ने इसे बनाया उसे ही इसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी दी गई है। इस कंपनी को ही ये 45 साल की लीज पर दिया गया है।
सीढ़ियों के अलावा स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट की व्यवस्था है। सभी पांचो प्लेटफार्म को कॉनकोर्स से लिफ्ट, एस्क्लेटर और सीढ़ियों से जोड़े गए हैं। इसके साथ ही दो अंडरग्राउंड सब-वे भी यहां बने हैं। जिससे करीब 1500 यात्री एक साथ गुजर सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी खूबी ये है कि कभी कोई इमरजेंसी आ जाए तो यात्री केवल 4 मिनट में स्टेशन से बाहर निकल सकते हैं।
देश के इस पहले प्राइवेट रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए रेस्टोरेंट, शॉपिंग स्टोर, केटरिंग शॉप, पार्किंग फैसेलिटीज के साथ ही महिला यात्रियों के लिए भी अलग से सुविधाएं हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए यहां एक-दो नहीं बल्कि कई भाषाओं में डिस्प्ले बोर्ड की व्यवस्था है। वहीं ये देश का ऐसा पहला रेलवे स्टेशन भी है जहां एमपी के वर्ल्ड हैरिटेज मॉन्यूमेंट्स, मंदिर और संग्रहालय की झलक भी दिखती है।
जब ये रेलवे स्टेशन बना तो इतना फेमस हुआ कि देश भर के लोग सिर्फ इसे देखने के लिए भोपाल पहुंचने लगे। ये भी पढ़ें: सांसद की समीक्षा बैठक में सियासी टकराव, ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लेकर क्या बोले उद्यानिकी मंत्री