दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर मंत्री राजपूत बुधवार को सुरखी (सागर) से रामशिलाएं लेकर चार सौ लोगों के साथ पांच बसों से अयोध्या के लिए रवाना हुए। अब चांदी की तीन रामशिलाएं 2 सितंबर को अयोध्या में राम मंदिर को अर्पित की जाएगा। इन्हें राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष संपत राय को सौंपा जाएगा।
मिट्टी भी गई थी मध्यप्रदेश
इससे पहले राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन के समय इंदौर सांसद शंकर ललवानी ने मिट्टी और नर्मदा-क्षिप्रा-सिंधु का जल भेजा था। गौरतलब है कि अयोध्या के राम मंदिर का शुभारंभ 2024 में लोकसभा चुनाव के पहले करने का लक्ष्य है।
वहीं इससे पहले मध्य प्रदेश से आए हुए एक राम भक्त ने कुछ समय पूर्व करीब 5 माह पहले रामलला को 12 किलो की चरण पादुका और चांदी जड़ित चौकी भेट की थी। इस दाैरान ट्रस्ट के सदस्यों ने उनका आभार भी व्यक्त किया। उस समय श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया था कि मध्यप्रदेश के बाबूलाल महाजन, मुकेश महाजन, राजेश महाजन,विवेक महाजन,महेश कुमार महाजन सभी लोगों ने बाबूलाल के नेतृत्व में एवं स्थानीय स्वामी परमानंद मिश्र के निर्देशन में साढे 11 किलो का चांदी का चरण पादुका एवं राम जी के आभूषण श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य श्री डॉ अनिल मिश्रा को ट्रस्ट कार्यालय में समर्पित किया।