इन खास योगों के कारण ये पर्व अन्न एवं धनधान्य के लिए अच्छे अवसर पैदा करेगा। बता दें कि इस दिन 5.30 घंटे का राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा। लेकिन इस बार भी भद्रा के कारण रक्षाबंधन का पर्व सुबह से नहीं मनाया जा सकेगा। बता दें कि भद्राकाल को सबसे अशुभ माना जाता है। यहां जानें कब से कब तक रहेगा भद्रा का साया? किस खास मुहूर्त में राखी बांधने से भाई-बहन के बीच हमेशा बना रहेगा प्रेम…
रक्षाबंधन पर 5:30 घंटे रहेंगे विशेष मुहूर्त
पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि इस बार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2024) का पर्व काल 19 अगस्त (19 August) सोमवार को श्रवण नक्षत्र उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र व शोभन योग (Shobhan Yog) में आ रहा है। इस दिन भद्रा का समय दोपहर 1: 30 तक रहेगा। उसके बाद रक्षाबंधन का पर्व काल मनाया जाएगा। क्योंकि 1:30 से लेकर शाम 7 बजे तक खास मुहूर्त है। इसके बीच का समय ही विशेष मुहूर्त है और इस शुभ मुहूर्त में ही रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा सकेगा।
राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त कर लें नोट
19 अगस्त यानी आज राखी बांधने का सबसे विशेष मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 20 मिनट तक रहेगा, आप इसमें राखी बांध सकते हैं। इस विशेष मुहूरत में राखी बांधने के लिए कुल आपको 2 घंटे 37 मिनट का समय मिलेगा। ये समय सबसे शुभ समय माना जा रहा है। इसके अलावा आप शाम को प्रदोष काल में भी राखी बांध सकती हैं। आज प्रदोष काल शाम 06 बजकर 56 मिनट से रात 09 बजकर 07 मिनट तक रहेगा।
धनकारक है इस बार भद्रा, शुरू कर सकते हैं शुभ काम
इस बार रक्षाबंधन का त्यौहार मकर राशि के चंद्रमा की साक्षी में रहेगा। मकर राशि के चंद्रमा की साक्षी और श्रावण मास को लेकर के ग्रंथ में अलग-अलग मान्यताएं दी गई हैं। हम यहां मकर राशि के चंद्रमा की साक्षी की बात कर रहे हैं, मकर राशि के चंद्रमा की साक्षी में भद्रा पातालवासिनी रहेगी। यह धन कारक मानी जाती है। इस दिन कोई शुभ कार्य की शुरुआत अनुकूल मानी जाती है। बता दें कि रक्षाबंधन की पूर्णिमा तिथि आज सुबह 3 बजकर 04 मिनट पर शुरू हो चुकी है और तिथि पूरे दिन रहेगी यानी रात 11 बजकर 55 मिनट पर इस तिथि का समापन होगा। रक्षाबंधन के पावन पर्व में भद्रा को बहुत ही महत्व दिया जाता है क्योंकि भद्रा में कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इसलिए इस काल में राखी भी नहीं बांधनी चाहिए।
भद्रा काल बहुत ही अशुभ माना जाता है। भद्रा 19 अगस्त यानी आज रात 2 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो चुकी है। आज सुबह 09 बजकर 51 मिनट से 10 बजकर 53 मिनट तक भद्रा पूंछ रहेगी। फिर, सुबह 10 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक भद्रा मुख रहेगा। इसके बाद, भद्रा काल का समापन आज दोपहर 1 बजकर 30 पर होगा।
भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले कर लें ये काम
सबसे पहले एक थाल में रोली, चंदन, अक्षत, दही, रक्षासूत्र और मिठाई रखें। इसमें भाई की आरती करने के लिए घी का एक दीपक भी रखें। रक्षा सूत्र या राखी और पूजा की थाल सबसे पहले भगवान को समर्पित करें। इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुंह करवाकर बैठाएं। पहले भाई को तिलक लगाएं फिर रक्षा सूत्र बांधें और भाई की आरती उतारें।
इसके बाद भाई को मिठाई खिलाकर उसकी मंगल कामना करें। रक्षासूत्र बांधने के समय भाई और बहन का सिर खुला नहीं होना चाहिए। राखी बंधवाने के बाद भाई अपनी क्षमतानुसार बहन को कोई गिफ्ट या उपहार भी भेंट कर सकते हैं।