नीमच में किसानों की मुसीबत
बता करें सूबे के नीमच जिले की तो यहां हुई भारी बारिश ने किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। खेतों में कटी रखी फैसलें बारिश में पूरी तरह खराब हो चुकी हैं। हालात ये हैं कि, बारिश के चलते कई खेत तालाब बन गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, उनपर खड़ी तैयार फसल की स्थिति क्या होगी। फिलहाल, यहां के किसान प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि, नीमच में बीते 2 दिनों से बारिश का दौर जारी है। कभी हल्की और कभी अति भारी बारिश ने किसानों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। खेतों में पड़ी सोयाबीन, मक्का, उड़द जैसी सीजन की फसलें भारी मात्रा में खराब हुई हैं। कई खेत तालाब की शक्ल में दिखाई दे रहे हैं। किसानों की मानें तो अगर इसी तरह उनकी उपज पानी में भीगी रही तो जल्द ही अंकुरित होकर खराब हो जाएगी। बारिश की वजह से खराब हुई फसल की गुणवत्ता भी कम हो जाती है, जिससे मंड़ी में उसके उचित दाम बी नहीं मिलेंगे। पहले ही सोयाबीन के भाव मंडियों में काफी कम हैं। ऊपर से बारिश ने किसानों के सामने मुश्किलें और भी बढ़ा दी हैं।
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मुरैना में ढहा मकान
वहीं, सूबे के मुरैना जिले के बड़ोखर में बारिश के बाद हुए जलभराव से दो मंजिला मकान ढ़ह गया। मकान की चपेट में आकर एक महिला गंभीर रूप से घायल हुई है। घायल महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि, पिछले 4 साल से भू माफिया ने मकान के बगल से गड्ढा खोद रखा है, जिससे मकान की नींव कमजोर हो घई थी। इस समस्या को लेकर मकान मालिक समेत स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायतें भी कीं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। इधर, जल की समस्या को लेकर लोगों ने सड़क पर जाम कर दिया। बड़ोखर माता के पास बहुत बड़े क्षेत्र में जलभराव हो गया है। स्थानीय निवासियों को आवागमन में परेशानी हो रही हैं। नगर निगम में कई बार लिखित में शिकायत कर चुके हैं। देर रात के समय दो मंजिला मकान भी जलभराव के कारण ढ़ह गया। प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता को लेकर स्थानीय लोग प्रदर्शन में जुटे हैं।