पिछले कई दिनों जारी बारिश की वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में दूसरे शहरों से संपर्क टूट गया है। सभी नदियां ऊफान पर हैं। साथ ही डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं। भोपाल के सभी डैमों के फाटक खोल दिए गए हैं। कोलार इलाके में तो कलियासोत बांध के गोट खुलने से सड़क ही बह गई। इसके साथ ही निचली इलाकों में पानी भर आया है।
भोपाल मौसम विभाग ने प्रदेश 35 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जहां भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। इनमें इंदौर, धार, खंडवा, खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, आगर, देवास, नीमच, मंदसौर, भोपाल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, गुना, अशोकनगर, होशंगाबाद, हरदा, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, अनूपपुर, डिंडोरी और जबलपुर जिला है। यहां गरज और चमक के साथ बारिश की संभावना है।
इसके साथ ही औसत समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका अब गंगानगर, अलवर, भिंड, मुरैना, उत्तर मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश स्थित निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र(छतरपुर के आसपास), अंबिकापुर, जमशेदपुर, दीघा और बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में पूर्व की ओर से होकर गुजर रही है। तटीय पश्चिम बंगाल एवं आसपास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन औसत समुद्र तल से ऊपर 3.1 और 5.8 किमी के बीच बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के मध्य और उत्तरी जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है, जबकि दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। अनुमान है कि 13 सितंबर के बाद यह बारिश कम होने लगेगी। हालांकि, मौसम पूरी तरह से शुष्क नहीं होगा। 14 और 15 सितंबर को भी उत्तरी जिलों में मध्यम बौछारें जारी रह सकती हैं। इसके बाद बारिश की तीव्रता हल्की हो जाएगी।