इसके पहले 2019 में भी पहले पखवाड़े में 250 मिमी से अधिक और पूरे माह में 563.9 मिमी बारिश हुई थी। पिछले साल भी पूरे माह में 326.1 मिमी बारिश हुई थी, लेकिन पहले पखवाड़े में 185 मिमी ही बारिश हुई थी।
शहर में रविवार को मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा। दिन में हल्की धूप और उमस की स्थिति रही। इसके चलते तापमान में हल्की बढ़ोतरी भी हुई। रविवार को शहर का अधिकतम 31.4 और न्यूनतम 21 डिग्री दर्ज किया। अधिकतम तापमान शनिवार के मुकाबले 0.8 डिग्री अधिक रहा।
मौसम विज्ञानी का कहना है कि इस समय नमी कम है, जिससे बारिश थमी हुई है। इसके असर के कारण 17 सितंबर से पश्चिम मप्र में भारी बारिश की संभावना है।
20 साल में पहली बार बारिश का आंकड़ा 1000 मिमी पार
इस बार ग्वालियर में भी झमाझम बारिश के चलते अभी तक सीजनल आंकड़े से काफी ज्यादा बारिश हो गई है। इससे पिछले लगभग 20 साल का रिकॉर्ड भी बारिश ने तोड़ दिया। मौसम विभाग के अनुसार 2008 में 995.6 एमएम बारिश हुई थी। उसके बाद से लगातार बारिश का आंकड़ा कम ही होता रहा है। इसमें कई बार तो सीजनल आंकड़े से भी कम ही बारिश दर्ज की गई है, लेकिन इस बार अच्छी बारिश से मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिलने लगा। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि कोलकाता के पास अभी एक सिस्टम बना हुआ है। वहीं हरियाणा और उसके आसपास सिस्टम बन रहा है। इससे उमस बनी हुई है। एक दो दिन बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। रविवार को अधिकतम तापमान 33.5 और न्यूनतम 25.1 डिग्री दर्ज किया गया।