माना जाता है कि सावन की पूजा-अर्चना में यदि इन फूलों में से एक भी फूल पूरे महीने भगवान शिव को चढ़ाया जाए तो वह आपसे खुश होकर आप पर अपनी कृपा (how to get lord shiva blessing) बरसाते हैं। जीवन भर आप पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं जिससे आपकी किस्मत के दरवाजे खुल जाते हैं। यहां पढ़ें किन फूलों को अर्पित करते ही चमक जाएगी आपकी किस्मत…
ब्रह्म कमल (Brahma Kamal)
ज्योतिष शास्त्र में ब्रह्म कमल को भगवान शिव का अतिप्रिय फूल माना गया है। इस फूल से भगवान शिव ने गणेश जी पर जल का छिड़काव कर उन्हें जीवित किया था। इसलिए इसे जीवन देने वाला फूल भी कहा जाता है। सावन के महीने में भगवान शिव को जरूर चढ़ाएं ये फूल।अपराजिता का फूल (Aparajita Flowers)
हिंदू धर्म में अपराजिता का पौधा बहुत ही शुभ माना गया है। कहा जाता है कि अपराजिता के फूल को भगवान शिव पर चढ़ाने से आपकी हर मनोकामना पूरी होती है। भाग्य आपका साथ देने लगता है। सावन के सोमवार की पूजा में इस फूल को जरूर शामिल करें।शमी का फूल (Shami Flowers)
शमी का पौधे का फूल भी भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। भगवान शिव को शमी का वृक्ष ही अतिप्रिय है। कहा जाता है कि सावन में शमी का पौधा लगाने से शिवजी का आशीर्वाद मिलता है। वहीं इसके फूल चढ़ाने से भगवान शिव खुश होकर आप पर कृपा बरसाने लगते हैं। सावन सोमवार (Sawan Somwar 2024) में शिव पूजा में इस फूल को अर्पित करने से जीवन भर शिव का आशीर्वाद आप पर बना रहता है।ऐसे करें पूजा(Puja Vidhi in Sawan Somwar)
- सावन के महीने के प्रारंभ होते ही तामसिक वस्तुओं जैसे मांस, शराब, नशीली वस्तुओं, लहसुन, प्याज आदि का सेवन नहीं करते हैं. सावन में पूरे माह सात्विक भोजन करना चाहिए. पूजा से पूर्व स्नान करके साफ कपड़े पहनना चाहिए।
- भगवान शिव की पूजा के लिए बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, आक के फूल, सफेद फूल, कमल, मौसमी फल, शहद, शक्कर, गंगाजल, गाय का दूध, धूप, दीप, गंध, नैवेद्य आदि जरूरी होते हैं।
- महादेव की पूजा में तुलसी के पत्ते, हल्दी, केतकी के फूल, सिंदूर, शंख, नारियल आदि का उपयोग न करें।
- सावन के सोमवार, प्रदोष व्रत और शिवरात्रि के दिन उपवास रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा करनी चाहिए। ये तीनों ही दिन शिव कृपा प्राप्ति के लिए विशेष माने जाते हैं।
- शिव जी के मंत्रों का जाप करें। सामान्य पूजा में आप चाहें तो ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
- शिव चालीसा पढ़कर भगवान शिव शंकर की आरती कर लें।
- भगवान शिव के फेवरेट फूलों में एक फूल को पूजा में शामिल जरूर करें।