समय-समय पर अपनी भक्ति की जांच भी कराएं
पं. मिश्रा ने कहा कि हर दो महीने, तीन महीने में हम हमारा स्वास्थ्य जानने के लिए खून की जांच कराते है, इसी तरह कुछ महीनों में अपनी भक्ति की जांच भी करवाते रहे। भगवान की शरणागति, सत्संग, कथा में जाकर भक्ति की जांच करवाते रहे। डॉक्टर बीपी, शुगर की जांच करता है, लेकिन भगवान भोलेनाथ दिल में छिपे भाव की जांच करते है।
यह भी बोले
-कभी भी दूसरों से ईर्ष्या न करें
-संसार सागर में मृत्यु अटल सत्य है, इसे कोई नहीं बदल सकता
-ऐसा कोई करोड़पति नहीं जो बीते हुए समय को खरीद सके
-शरीर की चोट मलहम, दवा से और मन की चोट शिवमहापुराण कथा से मिटती
सुबह से ही पहुंचने लगे थे श्रद्धालु
सुबह 11 बजे तक अधिकांश पंडाल फुल हो गए थे। कई लोग धूप में खड़े होकर और जहां जगह मिली वहां बैठकर कथा सुनते नजर आए। कथा स्थल से गेट तक लोगों की भीड़ नजर आ रही थी। ऐसे में गेट तक पहुंचने में लोगों को लगभग एक घंटे का समय लगा।
राजनेता भी ईमानदारी से जनता की सेवा करें: सीएम
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ज्ञान मार्ग के साथ भक्ति मार्ग और कर्म मार्ग आवश्यक है। कर्म मार्ग बड़ा महत्वपूर्ण है, जिसे जो काम दिया है, उसका निर्वहन ईमानदारी से करें, यह आवश्यक है। इसी तरह राजनेता भी ईमानदारी से जनता की सेवा करें। कथा के दौरान चल रहे भजन में मुख्यमंत्री ने डमरू भी बजाया। इस दौरान हितानंद शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, भगवानदास सबनानी, सुमित पचौरी सहित अनेक लोग मौजूद थे।