एक घंटे तक किया चक्का जाम
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले एक डंपर ने स्कूटी को टक्कर मार दी थी। स्कूटी पर सवार दो लड़कियों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि दूसरी गंभीर रूप से घायल थी। 10 दिन चले इलाज के बाद दूसरी ने भी दम तोड़ दिया। जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने शहर के बागसेवनिया थाना के सामने शव रखकर चक्का जाम कर दिया। करीब एक घंटे तक परिजन सड़क के बीचों-बीच शव रखकर आक्रोश दिखाते रहे। जिससे यहां लंबा जाम लग गया। जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश दी। काफी मशक्कत के बाद परिजनों को सड़क से शव हटाने के लिए मनाया गया।
यहां पढ़ें पूरा मामला
29 नवंबर को बागसेवनिया गीतांजलि स्कूल के पास एक डंपर ने दो बहनों को टक्कर मार दी थी। छोटी बहन 15 वर्षीय अनुष्का की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। जबकि 10 दिन से चल रहे इलाज के बाद बुधवार रात बड़ी बहन 16 वर्षीय मुस्कान ने भी दम तोड़ दिया। पिता राजू एम्स में घायल बेटी का इलाज करवा रहे थे। उनका आरोप है कि बीपीएल श्रेणी में आने के बावजूद परिवार को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा था। परिजनों का आरोप है कि इलाज के लिए एम्स प्रबंधन ने दो लाख रुपए जमा करवाए थे।
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गिफ्ट खरीदने घर से निकली लेकिन लौट नहीं पाईं
29 नवंबर को बागसेवनिया में रहने वाली दोनों बहनें अनुष्का और मुस्कान पड़ोस में होने वाली शादी में जाने के लिए गिफ्ट खरीदने के लिए घर से स्कूटी पर निकली थीं। थोड़ा आगे बढऩे पर गणेश मंदिर के पास उन्हें तेज रफ्तार डंपर ने टक्कर मार दी थी। डंपर के नीचे आने की वजह से छोटी बहन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। जबकि मुस्कान गंभीर रूप से घायल हो गई थी। पीडि़त परिजन मुस्कान के ठीक होने का इंतजार कर रहे थे। उसे यह भी नहीं बताया गया था कि उसकी छोटी बहन को इस हादसे ने छीन लिया है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की नजर अंदाज करने की आदत की वजह से ही यह दुर्घटना हुई है।