सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा कि, भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं हैं। लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फ़ायदा है अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती ?
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प्रियंका का हमला
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, लेकिन मदद नहीं मिल सकी। ये है मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा ?
पांच को मोहनखेड़ा में उठाएंगी मुद्दा
प्रियंका गांधी अगले महीने की पांच तारीख को धार जिले के मोहनखेड़ा में जनसभा को संबोधित करने आ रही हैं। माना जा रहा है कि, प्रियंका यहां मंच से उज्जैन की इस ह्रदय विदारक घटना का मुद्दा उठा सकती हैं। प्रियंका गांधी का मध्य प्रदेश का ये तीसरा दौरा है। इससे पहले वो 12 जून को जबलपुर और ग्वालियर में 21 जुलाई को आई थीं।
मल्लिकार्जुन खड़गे का हमला
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रदेश के साथ साथ केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट किया था कि, ‘मोदी जी जगह-जगह घूमकर महिला आरक्षण का सपना दिखा रहे हैं और वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। असलियत ये है कि, भाजपा शासित मध्य प्रदेश से एक 12 वर्षीय नाबालिग से हैवानियत की बेहद पीड़ादायक घटना सामने आई है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले, भाजपा शासित मध्य प्रदेश में हैं, जहां हर दिन 8 बलात्कार की घटनाएं होती हैं। मोदी जी और उनके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को चुनाव प्रचार से फ़ुर्सत मिले तो वो शायद मध्य प्रदेश की महिलाओं की चीख़ें सुन पाएंगे।’
राहुल गांधी का हमला
वहीं, सबसे पहले राहुल गांधी ने इस मामले पर हमला बोलेत हुए लिखा था कि, ‘मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए। साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है। न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार – आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है – चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।
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क्या है मामला ?
मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक 12 साल की बच्ची के साथ दुराचार करके उसे घायल अवस्था में सड़क पर छोड़ दिया गया और ये बच्ची उज्जैन की सड़कों पर और गलियों में लोगों का दरवाजा खटखटाते हुए मदद मांगती रही, लेकिन किसी ने इसकी मदद नहीं की। बच्ची बोली से प्रयागराज की बताई जा रही है। शुरुआत में उसने उसकी मां के साथ भी दुष्कर्म की वारदात होने की बात कही थी, लेकिन अबतक उसकी मां का कहीं कोई पता नहीं चल सका है। फिलहाल, उसका इलाज इंदौर में चल रहा है। इधर, इस मामले में अब तक एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है और जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठित की गई है।