इससे पहले कल भी आदेश जारी किया गया था। जिसमें राजधानी भोपाल के सभी स्कूलों में 22 अगस्त का अवकाश घोषित किया गया था। भोपाल जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि प्ले स्कूल से लेकर कक्षा 12 तक के सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में अवकाश घोषित है।
जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया था कि भोपाल जिले में लगातार हो रही अतिवृष्टि को देखते हुए विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत जिले में संचालित समस्त शासकीय अशासकीय / नवोदय / सीबीएसई / आईसीएससी एवं मदरसे से संबंधित समस्त प्राथमिक / माध्यमिक/ हाईस्कूल / हायर सेकेण्ड्री विद्यालयों में दिनांक 23.08.2022 को विद्यार्थियों लिए अवकाश घोषित किया जाता है।
अगले 24 घंटे मूसलाधार बारिश होगी
मौसम विभाग ने जिन जगहों पर बारिश का अलर्ट जारी किया है, उनमें राजधानी भोपाल सहित, ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलो के साथ सागर, दमोह, नरसिंहपुर और जबलपुर जिलो में अत्याधिक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा रीवा, नर्मदापुरम और चंबल संभागों के जिलों सहित अनूपपुर शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाडा, सिवनी, मण्डला, बालाघाट, खण्डवा, धार और देवास में भी भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
भोपाल में 20 फीट तक उछला पानी
राजधानी भोपाल में तेज हवाओं के कारण बड़े तालाब में समुंदर जैसी लहरें उछल रही थी। लहरें पांच फीट ऊंची थी, लेकिन चट्टानों से टकराकर इसका पानी 20 से 25 फीट तक उछल रहा था। सुबह शीतलदास की बगिया के घाट पर भी पानी करीब 10 से 15 फीट तक उछाल मार रहा था, वहीं वीआईपी रोड पर गोहर महल के सामने भी यह 20 फीट ऊंचाई तक उछाल मार रहा था। वीआईपी रोड पर भी बड़े तालाब का पानी उछाल मारते हुए दिख रहा था। सुबह जगह-जगह पानी भरने के बाद कई लोग इसका नजारा लेने निकले। कई लोग वीआईपी रोड पर मौसम का लुत्फ लेते हुए नजर आए। हवा इतने तेज थी कि लोगों की छतरी भी काम नहीं कर पा रही थी। इसके अलावा वीडियो और फोटो के लिए लोग अपना मोबाइल भी नहीं निकाल पा रहे थे। लोगों का कहना है कि हमने कई वर्षों में ऐसी लहरें पहली बार देखी।
प्रदेश की नदियां उफान पर
नर्मदा, बेतवा, कालीसिंध, शिप्रा, शिवना समेत कई नदियां उफान पर हैं। डैम भी ओवरफ्लो हो गए हैं। नर्मदापुरम के तवा और जबलपुर के बरगी डैम से पानी छोड़ने के कारण नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया है। बरगी के 17 गेट और तवा डैम के 13 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। सुबह साढ़े 9 बजे इन गेटों को 10-10 फीट तक खोल दिया गया है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर 949.90 फीट पहुंच गया है। तवा के और गेट खोले गए तो बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
भोपाल में 2006 की बारिश का टूट सकता है रिकॉर्ड
2006 में भोपाल में 67.45 इंच बारिश हुई थी। इस बार अब तक 60 इंच बारिश हो चुकी है। अभी मानसून के 38 दिन बाकी हैं। बता दें कि गुरुवार को बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्वी हिस्से में लो प्रेशर एरिया बना था। फिर ये डीप डिप्रेशन में बदला। यह ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से से होता हुआ, डिप्रेशन के रूप में मप्र पहुंचा। यही कारण है कि पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है।