
Purchase of moong
भोपाल। मध्यप्रदेश की मंडियो में जल्द ही मूंग के दामों में तेजी आ सकती है. मूंग के रेट एमएसपी तक लाने के लिए सरकार जरूरी पहल कर रही है. सूत्रों के अनुसार इसके तहत गोदामों से बिकने वाले 2021-22 सीजन के मूंग की ई-नीलामी में राज्य सरकार प्रदेश के कारोबारियों को बाहर रखने का फैसला ले सकती है। सरकार शर्तें लगा रही है कि सिर्फ राज्य के बाहर के कारोबारी ही इस नीलामी में भाग लेंगे।
ऐसे कारोबारी जिला कलेक्टर से तय शर्त अनुसार खरीदे गए मूंग के बराबर मूल्य का एफडीआर या बैंक गारंटी प्रस्तुत करेंगे। इस प्रकार यदि कारोबारी ने एक करोड़ का मूंग खरीदा तो उसे उतने ही मूल्य का एफडीआर या बैंक गारंटी भी देनी होगी। जब खरीदार जिला कलेक्टर या उनके अधिकृत अधिकारी के समक्ष खरीदे गए मूंग को अपने राज्य में ले जाने का प्रमाण दे देंगे तो उन्हें एफडीआर या बैंक गारंटी की यह रकम वापस मिल जाएगी। मंडी अनुज्ञापत्र भी मध्यप्रदेश से बाहर का प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि सरकारी मूंग रीसेल में प्रदेश के बाजार में न आए। इसके साथ ही मंडियों में मूंग के दाम जो एमएसपी से काफी कम चल रहे हैं, उसे सहारा मिल सके। माना जा रहा है कि कि एफडीआर या बैंक गारंटी की शर्त के कारण बड़ी रकम लगानी होगी. इसके कारण कई कारोबारी इस नीलामी में भाग लेने में ही असमर्थ होंगे। ऐसे में सरकारी बिक्री की मूंग बड़े हाथों में जाने की संभावना अधिक बताई जा रही है. इससे हाजिर में मूंग को मजबूती मिल सकती है।
इस खबर के बाद से मूंग बाजार में असर भी दिखाई दिया. गुरुवार को इंदौर मंडी में मूंग 200 रुपए बढ़कर 6300-6650 रुपए प्रति क्विंटल और एवरेज 5400-6000 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गई। मूंग में अच्छी लेवाली देखने को मिली जबकि बिकवाल कम होने से भाव में तेजी रही।
Published on:
22 Jul 2022 08:41 pm
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