पैरा कैनो वर्ल्ड कप में भारत का चार सदस्यीय दल भाग लेने गया। इनमें से तीन खिलाडि़यों ने फाइनल में जगह बनाकर देश की उम्मीदें बांध दीं। प्राची ने महिला 200 मीटर रेस के वीएल-2 इवेंट में भागीदारी की। फाइनल इवेंट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीत लिया। उनके पति मनीष कौरव ने भी पुरुष वर्ग में 200 मीटर रेस में केएल 3 इवेंट में भाग लिया और फाइनल तक का सफर भी तय किया।
वहीं पुरुष वर्ग की 200 मीटर रेस के वीएल 2 इवेंट में मंजीत सिंह फाइनल में पहुंचे थे। एक अन्य खिलाड़ी जयदीप ने भी 200 मीटर रेस में वीएल 3 इवेंट में भाग लिया और सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। टीम के कोच राहुल बुधोलिया हैं।
सबसे खास बात यह है कि भारतीय पैरा कैनो टीम ने राजधानी भोपाल के छोटे तालाब पर प्रशिक्षण लिया था. यहां मुख्य कोच मयंक ठाकुर के मागदर्शन में लगभग एक माह तक कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया था। भारतीय खेल प्रधिकरण (साई) और भारतीय कयाकिंग एंव कैनोइंग एसोसिएशन ने भी इस प्रशिक्षण मेें खासा सहयोग दिया था।
प्राची यादव छोटे तालाब पर पिछले चार सालों से प्रशिक्षण ले रही है। टोक्यो पैरालंपिक के लिए तो उन्होंने लाक डाउन में भी विशेष अनुमति प्राप्त कर यहां अपना अभ्यास जारी रखा था। टोक्यो में भी प्राची सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। उनके कोच मयंक ठाकुर ने प्राची की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि वे बहुत मेहनती हैं. ग्वालियर से यहां आने के बाद अपना पूरा ध्यान उन्होंने खेल पर ही फोकस किया था।