मनोवैज्ञानिक शोध में दावा किया गया है कि इससे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है। नींद की समस्या, हृदय से जुड़ी समस्या, शुगर और बीपी में भी सुधार आता है। जैसा आप सोचते हैं, करते हैं, वैसा हार्मोन्स बनाता है। राजधानी भोपाल के मनोचिकित्सक डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, वैज्ञानिक निष्कर्ष में गुड स्ट्रेस के फायदे साबित हो गए हैं।
क्या है यूस्ट्रेस या गुड स्ट्रेस
स्ट्रेस मुख्य रूप से 2 तरह के होते हैं। पहला यूस्ट्रेस (सकारात्मक तनाव) और दूसरा डिस्ट्रेस (नकारात्मक तनाव)। जीवन की हर घटना स्ट्रेस होती है। इसमें अच्छी और बुरी दोनों चीजें शामिल होती हैं। अच्छे स्ट्रेस में डोपामिन, ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन में हैप्पी हार्मोन निकलते हैं। खुशी के पल में जैसे इनाम या कोई पारिवारिक खुशखबरी मिलने पर, नई नौकरी मिलने या फिर प्रमोशन होने पर यूस्ट्रेस (Eustress) होता है।
ये भी पढ़ें: Pradhan Mantri Housing Scheme: खुद के घर का सपना पूरा करेगा प्रोजेक्ट, कैसे करें Online आवेदन? Heavy Rainfall: डीप डिप्रेशन में बदलने वाला है लो प्रेशर, 10 सितंबर से एमपी में फिर शुरू होगी झमाझम बारिश