सकारात्मक बदलाव: धूम्रपान नहीं करने का उठाया बीड़ा
भोपाल. मेरी एक गाड़ी है, जिसका ड्राइवर ही मैं खुद ही हूं। इस लाइन में आने के बाद मुझे नशे की लत लग गई। इसके कारण मेरी जिंदगी तबाही की ओर जाने लगी। मैंने कई बार इससे छुटकारा पाने की कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं हुआ, लेकिन आखिरकार गणतंत्र दिवस का दिन मेरे लिए काफी अहम रहा, मैंने संकल्प लिया और नशे को पूरी तरह त्याग दिया। अब जीवन में कभी भी नशा नहीं करुंगा। यह कहना है शहर के एक युवा का। जिन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर नशा छोडऩे का संकल्प लिया।
नशा त्यागने पर फूल मालाओं से किया सम्मान
द रअसल गणतंत्र दिवस के मौके पर बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में कायस्थ बंधु सर्व समाज कल्याण समिति की ओर से नशा छोड़ों अभियान के तहत ऐसे कई युवाओं को नशे का त्याग करने का संकल्प दिलाया। इन युवाओं ने भी आगे कभी भी नशा नहीं करने का संकल्प लिया। इसमें मेहनत, मजदूरी करने वाले लोग शामिल हैं। समिति की ओर से फूल मालाएं पहनाकर नशे का त्याग करने वाले लोगों का सम्मान किया गया। इस मौके पर छह लोगों ने नशे का त्याग करने का संकल्प लिया। समिति के अध्यक्ष गिरीश श्रीवास्तव ने बताया कि इन लोगों ने भविष्य में किसी भी तरह का नशा एवं धूम्रपान न करने का भी बीड़ा उठाया है। गिरीश श्रीवास्तव ने नशा करने के दुष्परिणामों को विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि नशा न केवल शारीरिक नुकसान करता है बल्कि जीवन को बर्बाद कर देता है जिसका मानवीय संवेदनाओं पर भी गहरा असर पड़ता है। इस मौके पर अनेक लोग उपस्थित थे।