इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा था कि कानून अपना काम करेगा। कार्रवाई कानून के तहत ही होगी। लेकिन इस पूरे मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। जबकि बीजेपी के 13 में से 8 विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। इस रिपोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम नहीं है, लेकिन दिग्विजय सिंह पर लोकसभा चुनाव में 90 लाख रुपए मिलने के आरोप हैं।
दिग्विजय सिंह ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा था कि हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं। वहीं, शिवराज सरकार में उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने भी कहा कि आरोप झूठे हैं। हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में कहा है कि रिपोर्ट के तथ्यों के आधार पर दोषी कोई भी हो, वैधानिकता के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि कमलनाथ के गोरखधंधों की वजह से ही इन नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी है। इस मामले में कोई भी लिप्त क्यों न हो, कानून अपना काम करेगा।