सिंधिया मंच से दे रहे थे सीख, सामने ही उड़ती रही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बैठकों के माध्यम से तमाम मंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं। इसके साथ ही उनके कामकाज की समीक्षा भी की जा चुकी है। केंद्र सरकार में संभावित इस बड़े विस्तार और बदलाव को लेकर मध्यप्रदेश में भी राजनैतिक हलचल तेज हो रही है। कैबिनेट में अभी 28 मंत्री पद खाली हैं। सूत्रों के मुताबिक 17—18 से लेकर 21-22 सांसदों को मंत्री पद की शपथ दिलाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में प्रदेश के कई दिग्गज नेता मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं।
एमपी के मंत्री के विवादित बोल: नियम तोड़ो-कानून तोड़ो, कैसे भी करो यह काम सूत्र बताते हैं कि मध्य प्रदेश से दो सांसदों को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। कैबिनेट में शामिल होने वाले नेताओं में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सबसे आगे चल रहा है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने में उनका सबसे अहम रोल था। उनके साथ ही जबलपुर सांसद राकेश सिंह के नाम की भी चर्चा है। प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, थावर चंद गहलोत, प्रहलाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते अभी मोदी केबिनेट में हैं। चर्चा है कि इन चार मंत्रियों में से भी कोई बदलाव किया जा सकता है।