दूसरी तरफी पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आ़डवाणी ने साध्वी को दुलार दिया है। पीएम मोदी ने जैसे ही साध्वी को आगे बढ़ने का इशारा किया वो आगे बढ़ गईं। उनके ठीक आगे लालकृष्ण आडवाणी खड़े थे। साध्वी जैसे ही उनके पास पहुंची और हाथ जोड़ी तो उन्होंने सिर पर हाथ रखकर आर्शीवाद दिया। उसके बाद साध्वी मुरली मनोहर जोशी से भी आर्शीवाद लेते हुए आगे बढ़ गईं।
गौरतलब है कि सेंट्रल हॉल में पीएम से मिलने के लिए कतार में साध्वी प्रज्ञा से पहले महिला सांसद निरंजन ज्योति थीं, उनका भी पीएम ने अभिवादन किया। निरंजन ज्योति के बाद एक और महिला सांसद थी, उनका भी प्रणाम पीएम ने स्वीकार किया। इसके ठीक बाद भोपाल से बीजेपी की सांसद साध्वी प्रज्ञा थीं। वो जैसे ही पीएम के सामने हाथ जोड़े आईं तो उन्होंने मुंह फेर लिया।
सोशल मीडिया पर पीएम द्वारा साध्वी की अनदेखी की तस्वीर खूब वायरल हो रही है। पीएम नाथूराम गोडसे वाले बायन से नाराज हैं। ऐसे में साध्वी के साथ उनकी कोई तस्वीर सामने आती तो फिर से सवाल उठने लगते। शायद इसीलिए पीएम ने अनदेखी की।
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा ने गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। उसके बाद पार्टी की बहुत किरकिरी हुई थी। फिर साध्वी ने माफी मांग ली थी। साथ ही पार्टी ने उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा था। पीएम मोदी ने अपनी आखिरी चुनावी रैली के बाद एमपी के ही खरगोन में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि उन्होंने माफी तो मांग ली हैं, लेकिन मैं उनके इस बयान के लिए कभी उन्हें दिल से माफ नहीं करूंगा। उसकी झलक सेंट्रल हॉल के कार्यक्रम में देखने को भी मिली।