मध्य प्रदेश में साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, चुनाव से 19 माह पहले ही बीजेपी चुनावी मोड में आ गई है। आज शुक्रवार को केंद्रीय गृमहंत्री अमित शाह का दौरा भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समय मांगा था जो आज मिल गया है। इस मुलाकात में प्रदेश सरकार और पार्टी से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। मीटिंग में प्रदेश में हाल ही में हुई हिंसा पर भी बात हो सकती है। बताया जा रहा है कि सीएम शिवराज सिंह शनिवार सुबह 9 बजे दिल्ली जा सकते हैं।
पीएम मोदी के साथ सीएम शिवराज की मुलाकात को लेकर राजनैतिक हलकों में कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं। भाजपा में पीएम नरेंद्र मोदी के बाद फिलहाल नंबर दो के दिग्गज नेता और गृह मंत्री अमित शाह का दौरा सियासी तौर पर मिशन 2023 से जोड़कर देखा जा रहा है। अमित शाह वन समितियों के सम्मेलन में शामिल होने के बाद बीजेपी दफ्तर पहुंचे। बीजेपी ने शाह के दौरे को मेगा शो की तरह प्रेजेंट किया गया। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में करीब 19 महीने हैं, लेकिन माना जा रहा है कि शाह का दौरा भाजपा की सियासी बिसात बिछाकर गया।
भाजपा ने मिशन 2023 के लिए थी-लेयर प्लान पर काम शुरू कर दिया है। इसमें दलित, कमजोर और हारी हुई सीटें व बूथ पर फोकस करना तय किया गया है। इसके बाद विधानसभा सीटों और बूथों को इन तीन श्रेणियों में बांटा गया है। इसके साथ ही आदिवासी सीटों पर प्रार्टी का विशेष फोकस है। शाह के मेगा शो से पहले पीएम मोदी भी आदिवासियों के कार्यक्रम में आए थे। भाजपा माइक्रो स्तर तक काम करेगी। इसमें अभी से नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी।