लोगों की इस घबराहट का नतीजा ये हुआ कि कई शहरों अबतक पेट्रोल पंप खाली हो चुके हैं। साथ ही, इस आपदा को अवसर बनाते हुए कई पेट्रोल पंप संचालक उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालना शुरु कर दिया है। इसे लेकर प्रशासन हरकत में आ गया है।
यह भी पढ़ें- विरोध का असर : बस, ऑटो और अन्य संसाधन पूरी तरह बंद, चालक बोला- सड़क पर दिखे तो हमारे ऑटो जला देंगे
कलेक्टर की सलाह
इस संबंध में भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह जिलेवासियों को अनावश्यक परेशान न होने की सलाह दी है। कलेक्टर भोपाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि भोपाल जिले में पेट्रोल एवं डीजल की पर्याप्त आपूर्ति है। सभी जिले वासियों से अनुरोध है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और अनावश्यक परेशान न हों। जिले में पेट्रोल और डीजल की पर्याप्त आपूर्ति है जो सुचारू रूप से जारी रहेगी।
यह भी पढ़ें- गुना बस हादसे के 11 मृतकों के शव DNA मिलान के बाद सौंपे गए, घरों पर शव पहुंचते ही मची चीख पुकार
सामने आए 160 रुपए लीटर पेट्रोल बेचने का वीडियो
हालांकि, ट्रक-बस और अन्य वाहन चालकों की हड़ताल के बाद आमजन द्वारा भारी संख्या में पेट्रोल पंपों पर पहुंचने और पेट्रो-डीजल भरवाने के प्रदेशभर के कई पेट्रोल पंप खाली हो चुके हैं। इसी का फायदा उठाते हुए कई पेट्रोल पंप संचालकों ने पेट्रोल के दामों में मनगणन्त बढ़ोतरी करके बेचना शुरु कर दिया है। बात करें राजधानी भोपाल के रोहित नगर इलाके में संचालित पेट्रोल पंप की तो यहां 160 रूपए लीटर पेट्रोल बेचा जा रहा है।पंप संचालकों की इस मनमानी ने आमजन को जेब पर सीधा डाका डाला है।
पेट्रोल भरवाने पहुंचे लोगों ने सुनाया हाल
1- पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने पहुंचे रामस्वरूप का कहना है कि उन्होंने 108 रुपए के बजाय 160 रुपए लीटर पेट्रोल भरवाया है। जब रामस्वरूप से पूछा गया कि क्या उन्हें पेट्रोल की कीमतें बढ़ने की खबर कहीं पढ़ी या सुनी है तो उन्होंने कहा कहीं ऐसी कोई खबर नहीं है। वहीं उन्हें इतना महंगा पेट्रोल सिर्फ इसलिए भरवाना पड़ा क्योंकि उन्हें जरूरी काम निपटाना था। रामस्वरूप ने कहा कि उन्होंने पेट्रोल पंप पर जब महंगे पेट्रोल बेचने का विरोध किया तो पंप कर्मियों द्वारा उनसे कहा गया कि पेट्रोल कम है और टैंकर आ नहीं रहे। इसलिए दाम बढ़ाएं हैं। अगर इस रेट में पेट्रोल लेना है तो आगे बढ़ें, वरना लाइन से हटकर पीछे आने वाले को आगे बढ़ने दें।
2- रोहित नगर फेस वन में रहने वाले राहुल रजत जब पेट्रोल पंप पहुंचे और पेट्रोल भरवाने के बाद जैसे ही उन्होंने 160 रुपए पर लीटर सुना तो वो हैरान रह गए। लेकिन अब वे पेट्रोल भरवा चुके थे, उन्होंने पेट्रोल पंप संचालक से बात की तो पता चला कि पेट्रोल नहीं है और पेट्रोल टैंकर पंप नहीं आ रहे हैं। हड़ताल के कारण वे परेशान हो रहे हैं। मजबूरन उन्होंने भी एक लीटर पेट्रोल के हिसाब से भुगतान किया।
कार्रवाई होगी
महंगे दामों पर पेट्रोल बेचे जाने के मामले में सवाल करने पर जिला आपूर्ति नियंत्रक मीणा मालाकार ने बताया कि शहर में पेट्रोल महंगा बिकने के मामले में हम लोग पेट्रोल पंप जाकर जांच कर रहे हैं। लापरवाही मिलेगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
क्या है हिट एंड रन कानून ?
हिट एंड रन केस को लेकर पहले से कानून है, लेकिन अब केंद्र सरकार नया कानून लेकर आई है। अभी तक हिट एंड रन में ड्राइवर की थाने से जमानत हो जाती है साथ ही दो साल की सजा का प्रावधान भी है। लेकिन अब इसमें वाहन चलाने वाले ड्राइवरों को अधिकतम 10 साल की सजा होगी। साथ ही 7 लाख जुर्माना लगाने का प्रावधान भी किया गया है। इस कानून के लागू होने के बाद से मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में सरकार के इस कानून का विरोध किया जा रहा है।
सरकार वापस ले कानून : मप्र ड्राइवर महासंघ
भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन की नई पालिसी के विरोध में मध्य प्रदेश ड्राइवर महासंघ ने सोमवार को 12 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इस अवसर पर संघ अध्यक्ष राजकुमार रैदास ने कहा कि हादसे घटित होने पर चालकों के विरूद्ध 10 साल की सजा और मोटी रकम की वसूली काले कानून जैसा है। हम इसका विरोध करते हैं। जब तक ये काला कानून वापस नहीं होता, तबतक हड़ताल जारी रहेगी।
12 सूत्रीय मांगों पर अड़ा मप्र ड्राइवर महासंघ
ज्ञापन में हिट एंड रन कानून को वापस लेने के साथ 55 वर्ष की आयु के बाद पेंशन योजना, हादसों में मृत होने पर 20 लाख, दिव्यांग होने पर 10 लाख और इलाज के लिए पांच लाख आर्थिक मदद की जाए। इसके अलावा आवास के लिए पांच लाख की मदद, बच्चों को उच्च शिक्षा दी जाए, जैसी मांगे भी महासंघ ने प्रशासन से की है। कुल मिलाकर ज्ञापन में ड्राइवर महासंघ ने प्रशासन से 12 सूत्रीय मांग की है।
तो प्रभावित हो जाएगा पूरा सिस्टम
देखना होगा प्रशासन इन मांगों में से किन मांगों में सहमति जताता है। फिलहाल, ये हड़ताल अगर लंबी हुई तो गरीबों का खाद्यान्न, स्वास्थ्य सुविधाएं, बच्चों की शिक्षा, कारोबार, डीजल-पेट्रोल समेत सभी बुनियादी जरुरतें प्रभावित होने की संभावना है। उम्मीद जताई जा रही है कि हिट एंड रन कानून समेत ड्राइवर महासंघ द्वारा 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार जल्द कुछ फैसला लेगी, जिससे प्रदेशव्यापी हो रही हड़ताल बंद हो और सभी वाहन चालक पुनः काम पर लौटे।