वीडियो वायरल होने के बाद पहले इस मामले में पुलिस ने संदेह के आधार पर 23वीं बटालियन के सिपाही को हिरासत में लिया था। बताया जा रहा था कि उसने ही वीडियो बनाया था। लेकिन, जांच और पूछताछ के बाद पुलिस वाले की भूमिका संदिग्ध नहीं पाई गई, जिसके बाद पुलिस ने जवान को छोड़ दिया है। बता दें कि इस मामले में भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने आरोपी के खिलाफ रासुका के तहत कारर्वाई करने की मांग की है।