उन्होंने कहा कि साइबर फ्राड लगातार बढ़ रहा है, कई लोग लालच देकर आपके खाते मे राशि डाल रहे हैं। कई बार राशि का ज्यादा ट्रांजेक्शन होने पर जब आयकर का नोटिस जाता है, तब व्यक्ति को पता चलता है कि उसके खाते में कितना लेनदेन हुआ है। ऐसी स्थिति में सारी जवाबदारी खाताधारक की होगी।
समय पर रिफंड मिले
हमारे विभाग का उद्देश्य है कि करदाता को किसी तरह की परेशानी नहीं हो और उसे समय पर रिफंड मिले। इससे ग्रेवान्स कम होगी। करदाताओं को तेज और तुरंत सुविधा उपलब्ध हो यहीं हमारा प्रयास रहेगा।
टैक्स कलेक्शन बढ़ रहा
इस साल मप्र-छग का टैक्स कलेक्शन का 37,300 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया है। अभी कितना हुआ है, यह 31 दिसंबर के आंकडे आने के बाद पता चलेगा लेकिन इस लक्ष्य को हम 31 मार्च तक पूरा करने का पूरा प्रयास करेंगे।