एसडीओपी ने लोगों को इससे सावधान रहने और लालच नहीं करने की सीख दी। इस मौके पर टॉक शो में शामिल छतर ङ्क्षसह, बलराम कुशवाहा, कुलदीप शर्मा, शेर ङ्क्षसह, अहिरवार, लखन ङ्क्षसह ठाकुर, जयदीप तिवारी सहित अन्य लोगों ने अपनी बात रखी।
हम आपके विभाग से ग्वालियर से बोल रहे हैं
साइबर जालसाज ने फोन कर कहा कि आप सेवानिवृत्त हो गए हैं। हम आपके विभाग से ग्वालियर से बोल रहे हैं। आपका कोई बैलेंस बचा हो, पेंशन रुकी हो तो आप परेशान न हों अपना खाता नंबर और अपना नंबर दे दीजिए हम निकलवा देंगे। -छतर सिंह, सेवानिवृत्त कर्मचारी
ओटीपी, खातानंबर, पासवर्ड मांगें तो कतई ना दें
यदि आपसे कोई आपका बैंक खाता नंबर मांगता है, ओटीपी मांगता है, एटीमए का नंबर और पासवर्ड मानता है तो कतई न दें। इस समय साइबर फ्रॉड लगातार अलग-अलग माध्यमों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। आप लालच में न आएं और सावधानी बरतें । लराम कुशवाहा, किसान, छावनी पठार
डिजिटल अरेस्ट को लेकर जागरुकता में कमी
डिजिटल अरेस्ट को लेकर होने वाली ठगी का कारण लोगों में जागरुकता की कमी है। लोगों में होने वाला डर ही ठगी का सबसे बड़ा कारण है। इसमें कहीं न कहीं बड़े पदों पर बैठै और पढ़े लिखे लोग इसका शिकार हो रहे हैं। -कुलदीप शर्मा, छावनी पठार
हम डर जाते हैं तो जालसाज के झांसे में आ जाते हैं
मोबाइल का सही तरीके से उपयोग करें, यह सब लालच और असावधानी बरतने के कारण हो रहा है। डर बना हुआ है, जिसके कारण किसी का फोन आने पर हम डर जाते हैं और जालसाज के झांसे में आ जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। – शेर सिंह, अहिरवार, छावनी पठार
समाचार पत्र हमेशा पढ़ते रहें
मोबाइल पर आने वाले अनजान फोन को न उठाएं। किसी तरह की लालच में न आएं। लोग अपना धन दो गुना करने, ज्यादा ब्याज दिलाने सहित अन्य तरह का झांसा देकर लोगों से ठगी की जा रही है। समाचार पत्र हमेंशा पढ़ते रहें, जिससे जागरुकता बनी रहती है।